उत्तर प्रदेश

प्राधिकरण के निर्माणाधीन नए दफ्तर की मजबूती जांची जाएगी

Admin Delhi 1
5 Sep 2023 5:56 AM GMT
प्राधिकरण के निर्माणाधीन नए दफ्तर की मजबूती जांची जाएगी
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मई 2016 में शुरू हुआ काम अब तक अधूरा

नोएडा: सेक्टर-96 में निर्माणाधीन नोएडा प्राधिकरण के नए दफ्तर की मजबूती की जांच आईआईटी दिल्ली करेगी. नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए आईआईटी दिल्ली को पत्र लिख दिया है. संभवत अगले 10-15 दिन में आईआईटी जांच शुरू कर देगी. अभी इमारत का आंतरिक हिस्से का काम बंद पड़ा है, सिर्फ बाहरी हिस्से में छोटे काम चल रहे हैं.

अभी नोएडा प्राधिकरण का मुख्य प्रशासनिक कार्यालय सेक्टर-6 में है. इसके अलावा सेक्टर-5, 19, 20, 37 और 39 में भी कार्यालय है. ऐसे में लोगों को प्राधिकरण से संबंधित कामकाज के लिए अलग-अलग जगह जाना होता है. इसके अलावा अफसरों के अलग-अलग बैठने से भी ऑफिस की व्यवस्थाएं प्रभावित होती हैं. इसके अलावा सेक्टर-6 में पार्किंग की भी काफी दिक्कत है. इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण सेक्टर-96 में नया दफ्तर बनवा रहा है. इसका 70 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है. अभी करीब ढाई महीने पहले कंसल्टेंट ने निर्माणाधीन इमारत की मजबूती पर सवाल उठाए थे. कंसल्टेंट की रिपोर्ट में परियोजना पर सवाल उठाए गए थे. कंसल्टेंट की जांच में निर्माण सैंपल फेल होने की बात सामने आई थी. इनकी रिपोर्ट में गुणवत्ता केवल 50 प्रतिशत पाई गई थी. रिपोर्ट के आधार पर दोबारा काम होगा.

निर्माण के दौरान गलत स्थानों पर बने पिलरों को सही करने, आड़ी-तिरछी सीढ़ियों को सुधारने, लोहे की संरचना आदि को ठीक किया जाएगा. इसके अलावा निर्माण की गुणवत्ता भी सुधारी जाएगी. इससे पहले सीईओ डॉ. लोकेश एम ने मौके पर जाकर स्थिति देखी. सीईओ को भी वहां स्थिति खराब मिली थी. सीईओ ने पाया कि इमारत के संरचनात्मक विकास में कई खामियां हैं, जैसे इमारत की फिनिशिंग, पिलरों की स्थिति, सीढ़ियों को सुधारने सहित कई तरह के काम की डिजाइन और संरचनात्मक स्थिरता सही नहीं मिली. इन सभी में बहुत सुधार की आवश्यकता है और कुछ स्थानों पर बदलाव की जरूरत है. इसके बाद निर्णय लिया गया कि इसकी जांच कराई जाएगी. अब प्राधिकरण ने आईआईटी दिल्ली से जांच कराने के लिए पत्र लिख दिया है.

मई 2016 में शुरू हुआ काम अब तक अधूरा

प्राधिकरण के नए दफ्तर का काम सात साल बाद भी अधूरा है, जबकि काम पूरा करने की डेडलाइन ढाई साल रखी गई थी. मई 2016 में बजट की मंजूरी के साथ निर्माण की शुरुआत हुई थी. हालांकि, बीच में दो-ढाई साल तक काम बंद रहा. जनवरी 2024 तक काम पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है. अब इसका बजट 400 करोड़ रुपये है. इसमें सिविल के काम की लागत 251 करोड़ रुपये है. पहले फेज में 159 करोड़ रुपये का काम पूरा हो चुका है. दूसरे फेज में नई कंपनी 91 करोड़ का बचा काम कर रही है.

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