उत्तर प्रदेश

तेज रफ्तार एसयूवी पीछे से कंटेनर में घुस गई, पुलिस विभाग में तैनात उपनिरीक्षक और उनकी मां की मौके पर ही मौत

Nidhi Markaam
14 Feb 2022 3:56 PM GMT
तेज रफ्तार एसयूवी पीछे से कंटेनर में घुस गई, पुलिस विभाग में तैनात उपनिरीक्षक और उनकी मां की मौके पर ही मौत
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फाइल फोटो 

घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने एक बच्ची की हालत नाजुक होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बच्ची को अयोध्या में भर्ती कराया गया है।

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सोमवार की सुबह तेज रफ्तार एसयूवी पीछे से कंटेनर में घुस गई। एसयूवी पर सवार पुलिस विभाग में तैनात उपनिरीक्षक और उनकी मां की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी समेत पांच लोग घायल हो गए। घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने एक बच्ची की हालत नाजुक होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बच्ची को अयोध्या में भर्ती कराया गया है।

अंबेडकरनगर के बसखारी थाना क्षेत्र के भिटौरा गांव निवासी मनीष वर्मा (40) पुलिस विभाग में लखनऊ के गोमतीनगर थाने में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात थे। सोमवार की सुबह मनीष वर्मा, मां चंद्रावती (70), पत्नी जया वर्मा, बेटी मान्या और भाभी किरन वर्मा पत्नी अखिलेश वर्मा, किरन की दो बेटियां आरुषी वर्मा (8), अनिश्का वर्मा के साथ एसयूवी से लखनऊ जा रहे थे। रास्ते में जयसिंहपुर क्षेत्र के सारंगपुर गांव के समीप पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर उनका वाहन पीछे से कंटेनर में घुस गया। हादसे में उपनिरीक्षक मनीष वर्मा और उनकी मां चंद्रावती की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना में घायल अन्य लोगों को पुलिस की मदद से सीएचसी जयसिंहपुर में भर्ती कराया गया। आरुषि की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल अयोध्या में भर्ती कराया गया है।
परिवार में मचा कोहराम
अंबेडकरनगर के बसखारी क्षेत्र के भिटौरा गांव निवासी राजमणि वर्मा के परिवार में पत्नी चंद्रावती के साथ ही दो पुत्र अखिलेश वर्मा और मनीष वर्मा थे। अखिलेश लखनऊ में ही एक बैंक में मैनेजर हैं। छोटा भाई मनीष पुलिस विभाग में 2015-16 में भर्ती हुआ था। छोटे भाई की शादी परिवारीजनों ने तीन वर्ष पहले ही जया वर्मा के साथ की थी। हादसे में एक साथ मां और बेटे की मौत से कोहराम मचा है। शाम करीब चार बजे पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों शवों को परिवारीजन लेकर गांव चले गए।
एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार बन रही काल
सुल्तानपुर। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार काल बन रही है। तीन माह में सुल्तानपुर व अमेठी जिले के दायरे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। प्रत्येक दुर्घटना के पीछे अत्यधिक स्पीड की वजह से वाहनों का अनियंत्रित होना पाया गया। एक्सप्रेसवे पर पर्याप्त संकेतक का न लगा होना भी दुर्घटना का कारण बन रहा है।
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