उत्तर प्रदेश

गंगनहर में मासूम बच्चों की तलाश दूसरे दिन भी जारी, अभी तक नही मिला बच्चे का सुराग

Admin Delhi 1
21 March 2022 10:45 AM GMT
गंगनहर में मासूम बच्चों की तलाश दूसरे दिन भी जारी, अभी तक नही मिला बच्चे का सुराग
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मुजफ्फरनगर न्यूज़: थाना क्षेत्र से गुजरती भोपा गंग नहर में चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार की पत्नी ने अपने चार मासूम बच्चों को नहर में फेंककर खुद भी आत्महत्या का प्रयास किया था। मौके पर मौजूद लोगों ने महिला व उसके दो बच्चों को किसी तरह बचा लिया था, लेकिन दो मासूमों का पता नहीं चल सका है। पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूमों के शव नहर में तलाश कर रहे हैं।

चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार के चार छोटे बच्चे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। संदीप कुमार आर्थिक तंगहाली के चलते मजदूरी कर परिवार की गुजर बसर करता है। होली के त्यौहार के दिन किसी बात को लेकर पति पत्नी में आपसी कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि संदीप कुमार ने अपनी पत्नी को बुरी तरह से मारा-पीटा, जिसके कारण उसकी पत्नी ने अपने चारों मासूम बच्चों को साथ लेकर अलावलपुर गांव से भोपा बाजार में आ गई। पहले तो बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम खिलाई और फिर मेला दिखाने के बहाने गंग नहर की ओर ले गई। सबसे पहले महिला ने अपने दो मासूम बच्चों छवि व सूरज को नहर में फेंक दिया और उसके बाद दो बच्चों संध्या व लवी को गोद में लेकर खुद भी नहर में छलांग लगा दी। नहर मार्ग से गुजरते लोगों ने किसी तरह महिला व उसके दो बच्चों संध्या व लवी को तो बचा लिया, लेकिन दो मासूम बच्चों छवि व सूरज का कुछ पता नहीं चल सका। पति-पत्नी के झगड़े ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां मातम में बदल दी। जिन मां-बाप ने बच्चों को पैदा करके पाल पोस कर बड़ा किया था। उन मासूम बच्चों को क्या पता था कि एक दिन उनकी मां ही उनकी जान की दुश्मन बन जाएगी। बच्चे घर से हंसी-खुशी मां के आंचल से लिपट कर चल पड़े थे। उन्हें नहीं पता था कि उनकी मां उन्हें झूठा दिलासा दे रही है और मेले में घुमाने के बहाने उनको खिलाई गई आइसक्रीम व कोल्ड ड्रिंक उनके लिए आखिरी साबित होगी। बच्चों की मासूमियत के आगे क्रूर काल बनी मां के हाथ तनिक भी नहीं कांपे कि वह क्या करने जा रही है। महिला को अब अपने किए पर बहुत पछतावा हो रहा है और वह दोनों मासूमों को याद करके लगातार आंसू बहा रही है। महिला के सामने आंसू बहाने के अलावा कोई चारा नहीं है। जरा सी नासमझी ने दो मासूम बच्चों को असमय ही मौत के मुंह में धकेल दिया, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। पिता संदीप कुमार का भी रो-रो कर बुरा हाल है, लेकिन उसने यह कभी नहीं सोचा था कि उसकी नादानी ही परिवार को अपनों से इतनी दूर कर देगी कि जहां से कभी लौट कर वापस आना मुमकिन नहीं होगा। पति-पत्नी के झगड़े की पराकाष्ठा ने एक हंसते परिवार को किस तरह से झकझोर दिया। इस मंजर को देखकर सभी लोग हतप्रभ है। दो बच्चों को तो माता का आंचल दोबारा से मिल गया, लेकिन दो अभागे मां की नादानी के आगे सदा के लिए जीवन से चल बसे। उधर पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूम बच्चों के शवों को तलाश कर रही है।थाना क्षेत्र से गुजरती भोपा गंग नहर में चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार की पत्नी ने अपने चार मासूम बच्चों को नहर में फेंककर खुद भी आत्महत्या का प्रयास किया था। मौके पर मौजूद लोगों ने महिला व उसके दो बच्चों को किसी तरह बचा लिया था, लेकिन दो मासूमों का पता नहीं चल सका है। पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूमों के शव नहर में तलाश कर रहे हैं।

चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार के चार छोटे बच्चे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। संदीप कुमार आर्थिक तंगहाली के चलते मजदूरी कर परिवार की गुजर बसर करता है। होली के त्यौहार के दिन किसी बात को लेकर पति पत्नी में आपसी कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि संदीप कुमार ने अपनी पत्नी को बुरी तरह से मारा-पीटा, जिसके कारण उसकी पत्नी ने अपने चारों मासूम बच्चों को साथ लेकर अलावलपुर गांव से भोपा बाजार में आ गई। पहले तो बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम खिलाई और फिर मेला दिखाने के बहाने गंग नहर की ओर ले गई। सबसे पहले महिला ने अपने दो मासूम बच्चों छवि व सूरज को नहर में फेंक दिया और उसके बाद दो बच्चों संध्या व लवी को गोद में लेकर खुद भी नहर में छलांग लगा दी। नहर मार्ग से गुजरते लोगों ने किसी तरह महिला व उसके दो बच्चों संध्या व लवी को तो बचा लिया, लेकिन दो मासूम बच्चों छवि व सूरज का कुछ पता नहीं चल सका। पति-पत्नी के झगड़े ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां मातम में बदल दी। जिन मां-बाप ने बच्चों को पैदा करके पाल पोस कर बड़ा किया था। उन मासूम बच्चों को क्या पता था कि एक दिन उनकी मां ही उनकी जान की दुश्मन बन जाएगी। बच्चे घर से हंसी-खुशी मां के आंचल से लिपट कर चल पड़े थे। उन्हें नहीं पता था कि उनकी मां उन्हें झूठा दिलासा दे रही है और मेले में घुमाने के बहाने उनको खिलाई गई आइसक्रीम व कोल्ड ड्रिंक उनके लिए आखिरी साबित होगी। बच्चों की मासूमियत के आगे क्रूर काल बनी मां के हाथ तनिक भी नहीं कांपे कि वह क्या करने जा रही है। महिला को अब अपने किए पर बहुत पछतावा हो रहा है और वह दोनों मासूमों को याद करके लगातार आंसू बहा रही है। महिला के सामने आंसू बहाने के अलावा कोई चारा नहीं है। जरा सी नासमझी ने दो मासूम बच्चों को असमय ही मौत के मुंह में धकेल दिया, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। पिता संदीप कुमार का भी रो-रो कर बुरा हाल है, लेकिन उसने यह कभी नहीं सोचा था कि उसकी नादानी ही परिवार को अपनों से इतनी दूर कर देगी कि जहां से कभी लौट कर वापस आना मुमकिन नहीं होगा। पति-पत्नी के झगड़े की पराकाष्ठा ने एक हंसते परिवार को किस तरह से झकझोर दिया। इस मंजर को देखकर सभी लोग हतप्रभ है। दो बच्चों को तो माता का आंचल दोबारा से मिल गया, लेकिन दो अभागे मां की नादानी के आगे सदा के लिए जीवन से चल बसे। उधर पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूम बच्चों के शवों को तलाश कर रही है।: थाना क्षेत्र से गुजरती भोपा गंग नहर में चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार की पत्नी ने अपने चार मासूम बच्चों को नहर में फेंककर खुद भी आत्महत्या का प्रयास किया था। मौके पर मौजूद लोगों ने महिला व उसके दो बच्चों को किसी तरह बचा लिया था, लेकिन दो मासूमों का पता नहीं चल सका है। पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूमों के शव नहर में तलाश कर रहे हैं।

चरथावल थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर निवासी संदीप कुमार के चार छोटे बच्चे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। संदीप कुमार आर्थिक तंगहाली के चलते मजदूरी कर परिवार की गुजर बसर करता है। होली के त्यौहार के दिन किसी बात को लेकर पति पत्नी में आपसी कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि संदीप कुमार ने अपनी पत्नी को बुरी तरह से मारा-पीटा, जिसके कारण उसकी पत्नी ने अपने चारों मासूम बच्चों को साथ लेकर अलावलपुर गांव से भोपा बाजार में आ गई। पहले तो बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम खिलाई और फिर मेला दिखाने के बहाने गंग नहर की ओर ले गई। सबसे पहले महिला ने अपने दो मासूम बच्चों छवि व सूरज को नहर में फेंक दिया और उसके बाद दो बच्चों संध्या व लवी को गोद में लेकर खुद भी नहर में छलांग लगा दी। नहर मार्ग से गुजरते लोगों ने किसी तरह महिला व उसके दो बच्चों संध्या व लवी को तो बचा लिया, लेकिन दो मासूम बच्चों छवि व सूरज का कुछ पता नहीं चल सका। पति-पत्नी के झगड़े ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां मातम में बदल दी। जिन मां-बाप ने बच्चों को पैदा करके पाल पोस कर बड़ा किया था। उन मासूम बच्चों को क्या पता था कि एक दिन उनकी मां ही उनकी जान की दुश्मन बन जाएगी। बच्चे घर से हंसी-खुशी मां के आंचल से लिपट कर चल पड़े थे। उन्हें नहीं पता था कि उनकी मां उन्हें झूठा दिलासा दे रही है और मेले में घुमाने के बहाने उनको खिलाई गई आइसक्रीम व कोल्ड ड्रिंक उनके लिए आखिरी साबित होगी। बच्चों की मासूमियत के आगे क्रूर काल बनी मां के हाथ तनिक भी नहीं कांपे कि वह क्या करने जा रही है। महिला को अब अपने किए पर बहुत पछतावा हो रहा है और वह दोनों मासूमों को याद करके लगातार आंसू बहा रही है। महिला के सामने आंसू बहाने के अलावा कोई चारा नहीं है। जरा सी नासमझी ने दो मासूम बच्चों को असमय ही मौत के मुंह में धकेल दिया, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। पिता संदीप कुमार का भी रो-रो कर बुरा हाल है, लेकिन उसने यह कभी नहीं सोचा था कि उसकी नादानी ही परिवार को अपनों से इतनी दूर कर देगी कि जहां से कभी लौट कर वापस आना मुमकिन नहीं होगा। पति-पत्नी के झगड़े की पराकाष्ठा ने एक हंसते परिवार को किस तरह से झकझोर दिया। इस मंजर को देखकर सभी लोग हतप्रभ है। दो बच्चों को तो माता का आंचल दोबारा से मिल गया, लेकिन दो अभागे मां की नादानी के आगे सदा के लिए जीवन से चल बसे। उधर पुलिस परिजनों, ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से दोनों मासूम बच्चों के शवों को तलाश कर रही है।

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