उत्तर प्रदेश

गरीबों पर आफत बनकर टूट रहा बारिश का कहर, श्रमिक परिवारों के कच्चे मकान ढहे

Admin4
10 Oct 2022 6:24 PM GMT
गरीबों पर आफत बनकर टूट रहा बारिश का कहर, श्रमिक परिवारों के कच्चे मकान ढहे
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कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद खेतों में जलभराव और फसलों के बिछने से किसान के सामने आर्थिक संकट के हालात बन गए हैं। वहीं, छप्पर और कच्चे मकानों में गुजर बसर करने वाले श्रमिक परिवारों के आशियाने भी एक-एक कर तबाह होते दिखाई दे रहे हैं। एक दिन पहले ही मासूम की जान चली गई थी। वहीं, अभी भी कच्चे मकान ढहने की घटनाएं सामने आ रही है। जिससे पांच दिन से हो रही बारिश कहर तमाम परिवारों पर आफत बनकर टूट पड़ा है।

जनपद के सात ब्लॉकों में तमाम ग्रामों में हजारों परिवार कच्चे मकान और झोपड़ियां डालकर गुजर बसर करते हैं। इन परिवारों के सामने बारिश के बाद संकट के हालात हैं। एक तरफ फसल चौपट होने से पहले ही कर्ज की चिंता सताए थी। अब बारिश में आशियाने भी ढहना शुरू हो गए हैं। दो दिन पहले ही जहानाबाद के दलेलगंज गांव में दीवार ढहने से आठ साल की बिटिया नीतिल की जान चली गई थी।

उसके बाद एक दिन पहले पूरनपुर क्षेत्र में एक मासूम की जान चली गई थी। इसके अलावा दर्जनों घर ढह गए चुके हैं। सोमवार को भी बारिश के बीच इस तरह के हादसे होते रहे। थाना गजरौला क्षेत्र के ग्राम विधिपुर में सुनीता पत्नी स्वर्गीय गेदनलाल का मकान ढह गया। इसकी सूचना मिलने पर सीओ प्रतीक दहिया, इंस्पेक्टर गजरौला आशुतोष रघुवंशी पुलिस बल के साथ कुछ ही देर में गांव पहुंच गए। मानवीय मूल्यों एवं कर्तव्यनिष्ठता प्रदर्शित करते हुए बचाव कार्य शुरू किया। महिला मलबे में दबी हुई थी। उसे मशक्कत कर बाहर निकाला गया और फिर एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया।

जहानाबाद क्षेत्र के ग्राम बरातभोज में कामता प्रसाद का कच्चा मकान खपरैल सहित ढह गया। जिसमें उसकी पत्नी शारदा देवी और बच्ची दब गई। शोर पर ग्रामीण जमा हुए। मलबे में दबी मां-बेटी को बाहर निकालने के बाद दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। उधर, कल्याणपुर खास गांव में भी चंद्रसेन पुत्र डालचंद का कच्चा मकान बारिश में भरभराकर ढह गया। कई जानवर मलबे में दबकर घायल हो गए।

घर का सामान भी क्षतिग्रसत हो गया। इसी तरह से तमाम घरों में जलभराव होने के बाद गृहस्थी पर संकट के बादल हैं। पूरनपुर तहसील क्षेत्र की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसमें परिवार के सदस्य खानपान को मदद की गुहार लगाते दिखाई दिए। शहर के कई पुराने मकानों में गुजर बसर करने वालों को भी हादसे का डर सताया हुआ है।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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