उत्तर प्रदेश

शास्त्रीनगर सेक्टर-12 को लेकर आवास-विकास और नगर निगम के बीच चार साल से अटकी हुई हैं स्वामित्व की प्रक्रिया

Admin Delhi 1
31 Oct 2022 8:13 AM GMT
शास्त्रीनगर सेक्टर-12 को लेकर आवास-विकास और नगर निगम के बीच चार साल से अटकी हुई हैं स्वामित्व की प्रक्रिया
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मेरठ न्यूज़: वार्ड-73 मंजूरनगर का हिस्सा होने के बावजूद शास्त्रीनगर सेक्टर-12 में नगर निगम की ओर से कोई काम नहीं कराया जा सका है। इसके पीछे कारण यह है कि सेक्टर-12 आवास-विकास की कालोनी है, जिसका नगर निगम को चार साल से हस्तांतरण नहीं किया जा सका है। नौचंदी मैदान के तिरंगा गेट से शुरू होने वाला वार्ड-73 काफी विस्तारित क्षेत्र में है। इसके अंतर्गत मंजूरनगर, भावनीनगर, जैदी सोसायटी, शास्त्रीनगर सेक्टर-10 और शास्त्रीनगर स्कीम सात सेक्टर-12 आते हैं। इस क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर थाना नौचंदी होकर जाने वाले रोड से इन दिनों भारी वाहनों समेत तमाम ट्रैफिक होकर गुजरता है। कमेला पुल का निर्माण कार्य करीब एक साल से जारी होने के कारण नगर निगम की ओर से बनाई गई इस सड़क का प्रयोग सबसे ज्यादा होने लगा है। हाइवे से गुजरने वाले मालवाहक भारी वाहनों के इस भीतरी मार्ग का प्रयोग करने के कारण रोड की स्थिति बदहाल होकर रह गई है। यह रोड इतने भारी भरकम वाहनों की आवाजाही न सह पाने के कारण ध्वस्त होकर रह गया है। वहीं सड़क पर बनी मार्केट में दिन भर चलने वाले वाहनों के कारण धूल उड़ती रहती है। लोग बताते हैं कि वार्ड का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा सेक्टर-12 आरटीओ कार्यालय के सामने स्थित है। यह क्षेत्र मलिन बस्ती के रूप में तब्दील हो चुका है।

आवास विकास की इस कालोनी का अभी तक हस्तांतरण न होने के कारण नगर निगम की ओर से यहां निर्माण कार्य तो दूर, नियमित रूप से सफाई तक की व्यवस्था नहीं की गई है। बताया गया है कि करीब चार से इस कालोनी को नगर निगम की सुपुर्दगी में देने की प्रक्रिया अभी तक फाइलों में ही अटकी हुई है। ओडियन नाले के किनारे बसाए गए सेक्टर-12 के मुख्य मार्ग से लेकर भीतरी मार्ग तक कहीं भी सड़क या खडंÞजे नजर नहीं आते। सीवरेज और नालियों की कोई व्यवस्था न होने के कारण घरों से निकलने वाला पानी गलियों से होकर खाली प्लाट या सामने से गुजर रहे ओडियन नाले में स्वयं ही चला जाता है। इस सेक्टर से गुजरते हुए देखकर नहीं लगता कि यह नगर निगम का हिस्सा हो सकता है, क्योंकि यहां के निवासी नगर निगम के वोटर जरूर हैं, लेकिन आवास विकास से हस्तांतरण की प्रक्रिया चार साल से पूर्ण न होने के कारण सभी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर रह गए हैं। वार्ड के निवासी मोहम्मद सुल्तान का कहना है कि भवानीनगर में हल्के वाहनों के लिए बने इस रोड पर भारी वाहन गुजरने के कारण जहां धूल उड़ती है, वहीं सीवर चोक होने के कारण टूटे रोड पर पानी भर जाता है। हाजी मोहम्मद अय्यूब का कहना है कि वार्ड के भवानीनगर इलाके में बाले मियां कब्रिस्तान छोर के नाले की साफ सफाई की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है।

स्थानीय पार्षद सड़क के सामने वाले छोर को दूसरे वार्ड का हिस्सा बताते हैं। नगर निगम की इस जर्जर सड़क की मरम्मत कराने का काम दूसरा विभाग नहीं करेगा, यह काम नगर निगम को ही करना है, जिसके लिए पार्षद को जिम्मेदारी लेनी होगी। मोहम्मद अय्यूब टेलर वार्ड की सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोगों ने नालों पर स्थायी निर्माण करते हुए अवैध कब्जे कर रखे हैं। जिसके कारण एक ओर सड़क संकरी हो चली है, वहीं नालों की सफाई का काम भी व्यवस्थित तरीके से नहीं हो पा रहा है। मनव्वर चौधरी का कहना है कि सेक्टर-12 की स्थिति इतनी बदहाल है, कि वहां के लोग नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। जैदी सोसायटी के नाले और सीवर लाइन अक्सर चोक रहने के कारण गलियों और मुख्य मार्ग पर गंदा पानी बहते हुए देखा जा सकता है। सेक्टर-12 के निवासी जमील अहमद का कहना है कि आवास विकास विभाग की ओर से करीब दो दशक पहले इस कालोनी में रोड बनवाए गए थे, जो कब के टूट-फूटकर समाप्त हो चुके हैं। इनकी जगह गहरे गड्ढों और जगह-जगह भरे पानी ने ले रखी है। उनका कहना है कि जब बस्ती के लोग अधिकारियों से मिलते हैं, तो कोई टीम आकर लिखापढ़ी की औपचारिकता पूरी करके चली जाती है।

पार्षद का कथन: वार्ड-73 के पार्षद अब्दुल गफ्फार सैफी का कहना है कि वे एक गैप के बाद दूसरी बार इस वार्ड का नगर निगम में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वार्ड में नालों को सीवर से जोड़ देने के कारण कुछ स्थानों पर जलनिकासी की समस्या बन जाती है। इसके स्थायी समाधान के लिए नालों को बड़े नालों से जोड़ने का प्रस्ताव पास हो चुका है, यह कार्य शीघ्र शुरू हो जाएगा। शास्त्रीनगर सेक्टर-12 के नगर निगम को हस्तांतरित करने संबंधी फाइल चार साल से अटकी हुई है, जिसके लिए वे जिले और मंडल से लेकर लखनऊ स्तर तक प्रयास कर चुके हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि हस्तांतरण का कार्य अंतिम चरण में है। साथ ही आवास विकास विभाग ने नगर निगम से सड़क, पार्क, नाले-नाली समेत संपूर्ण विकास के लिए इस्टीमेट मांगा है। नगर निगम की ओर से सेक्टर-12 के संपूर्ण विकास के लिए चार करोड़ से अधिक की कार्ययोजना सौंपी गई है। जिसके लिए आवास विकास विभाग की ओर से नगर निगम को धनराशि ट्रांसफर करने के साथ ही काम शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा पार्षद अब्दुल गफ्फार सैफी ने हापुड़ रोड पर दो करोड़ की लागत से नाला निर्माण, ज्यादातर मार्गों में टाइल्स बिछवाने का काम कराने का दावा करते हुए कहा कि शेष कार्यों के टेंडर हो चुके हैं, जिनका काम शीघ्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने जैदी सोसायटी में देखने-दिखाने लायक लेडिज पार्क विकसित कराने की बात कही।

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