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- दरिंदों को होनी चाहिए...
फलावदा: कस्बे के मोहल्ला बंजारान में बरसों पूर्व हुए तेजाब कांड में आरोपियों को कोर्ट द्वार सुनाई गई 14 साल की सजा से पीड़ित परिवार मुतमइन नही है। उन्होंने मुलजिमों को आजीवन कारावास की सजा किए जाने की ख्वाहिश जताई है। केस के वादी हाजी जरीफ ने बताया कि इस घटना के बाद कोर्ट में पैरवी करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। कोर्ट ने मुलजिमों को 14 साल की सजा सुनाई है। मुलजिमों ने तेजाब डालकर हैवानियत का ऐसा खेल खेला था कि उसका परिवार टूट गया। तेजाब के हमले से उसकी बेटी का जीवन खराब हो गया। कोर्ट को ऐसे दुष्ट आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनानी चाहिए थी।
ये थी घटना: कस्बे में बंजारान मोहल्ला निवासी शरीफ की पुत्रवधू सानिया का देवबन्द निवासी अब्दुल कादिर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उनके संबंधों में ननद शीबा बाधक बनी हुई थी। उस को रास्ते से हटाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से वर्ष 2016 में 28 जून को कादिर ने देवबंद से फलावदा पहुंच कर उस पर तेजाब डाल दिया था। सर्विलांस के जरिए इस मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने सानिया को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, जबकि मुख्य आरोपी अब्दुल कादिर न्यायालय में हाजिर हो कर चला गया था।
पुलिस ने कोर्ट से कादिर का छह घंटे का रिमांड लेकर यह खुलासा किया था कि घटना वाले दिन उसने अपना मोबाइल अपने साथी देवबंद निवासी नुकुड़ तहसील के पटवारी को दे दिया था ताकि उसकी फलावदा में लोकेशन न मिल सके। इसके अलावा उसने यह भी बताया था कि घटना से एक दिन पूर्व वह रेकी करने फलावदा आया था तथा सानिया को उसके ससुराल वालों को खिलाने के लिए नींद की गोलियां भी दी थी। यह घटना चार लोगों द्वारा अंजाम दी गई थी।