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- पोल खुली, फिर जो हुआ,...

पूरे देश में इस समय गणेश उत्सव की धूम है. हर कोई भक्ति भाव में डूबा हुआ है, लोग बप्पा को अपने घर लेकर आ रहे हैं. जहाँ एक ओर ख़ुशी, हर्ष और उल्लास का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर कुछ महाठग ऐसे भी हैं जो मौके का फायदा उठाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का है, जहाँ व्यक्ति ने ऑनलाइन गणेश भगवान की मूर्ति मंगवाई और फिर उसे मिटटी में गाड़ दिया, इसके बाद उसने उसी मूर्ति को मिटटी से निकाला
और लोगों से इसे चमत्कार बताते हुए कहा कि साक्षात भगवान प्रकट हुए हैं.
क्या है मामला
उन्नाव जिले में हसनगंज के महमूदपुर में खेत के मालिक और उसके बेटे ने लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है, खेत मालिक व उसके बेटों ने लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर ऑनलाइन 169 रुपये की मूर्तियां मंगवाईं थीं, इसके बाद उन्होंने उस मूर्ति को मिटटी में गाड़ दिया और फिर लोगों के सामने खुदाई कर दिखाया कि मूर्ति को खुदाई में निकली है. खेत के मालिक और उसके बेटे का झूट तो तब सामने आय जब डिलीवरी बॉय आया कर उसने पूरी बात लोगों को बता दी.
ऐसे पता चली सच्चाई
महमूदपुर के अशोक कुमार ने मंगलवार को बताया था कि बेटे रवि के साथ जब उन्होंने खेत की खोदाई की तो गड्ढे में लक्ष्मी, सरस्वती, कुबेर की मूर्तियों के अलावा रुद्राक्ष, चाबी, सिक्का, कछुआ, कौड़ी निकलीं. पुलिस ने मूर्तियों की जांच होने तक अशोक के घर में ही रखवा दिया था, इसके बाद बुधवार को अशोक, उसका बेटा रवि और विजय मूर्तियों को लेकर खेत पहुंचे और छाया के लिए तिरपाल लगाकर पूजा-पाठ करनी शुरू कर दी.
इधर पुलिस ने जांच के दौरान एक निजी कोरियर कंपनी में काम करने वाले गांव डिलीवरी मैन गोरेलाल से पूछताछ की, पूछताछ के बाद पुलिस को पूरी कहानी पता चल गई. डिलीवरी बॉय ने बताया कि अशोक के बेटे रवि ने मूर्तियों का बॉक्स ऑनलाइन मंगवाया था. इस मामले में एसओ ने सख्ती की और भीड़ को हटवाकर अशोक और उसके दोनों बेटों को हिरासत में लेकर थाने ले गए, पुलिस ने पिता व उसके दो बेटों का शांतिभंग में चालान किया है.