उत्तर प्रदेश

मथुरा में आज भी खड़ा है भगवान कृष्ण के मामा कंस का महल, देखें तस्वीरें

Deepa Sahu
10 July 2022 8:43 AM GMT
मथुरा में आज भी खड़ा है भगवान कृष्ण के मामा कंस का महल, देखें तस्वीरें
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भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस का वो महल आज भी कृष्ण कालीन युग की यादों को संजोए हुए है।

मथुरा : भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस का वो महल आज भी कृष्ण कालीन युग की यादों को संजोए हुए है। यमुना किनारे उतरी दिशा में बना कंस किला आज भी अपने आप मे कई राज दबाए हुए है। कृष्ण के मामा कंस इसी किले में अपनी सभा किया करते थे। बताया ये भी जाता है कि कंस युद्ध में फतह कैसे की जाए उसकी रणनीति भी इसी किले में किया करता था। कंस का शस्त्रागार भी इसी किले में मौजूद था।

यमुना किनारे बना है कंस का किला

पौराणिक कथाओं के अनुसार मथुरा का राजा और भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस का अत्याचार लगातार बढ़ रहा था। ऐसे में कंस के अत्याचारों से परेशान मथुरावासियों ने श्रीकृष्ण को पुकारा और फिर कृष्ण ने अवतार लेकर मामा कंस का वध कर ब्रजवासियों को उसके अत्याचारों से मुक्त कराया। भले ही कंस का वध हो गया हो लेकिन मथुरा आज भी कंस की यादें संजोए हुए है। भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी कही जाने वाली कालिंद्री (यमुना) के तट पर बना हुआ है विशाल कंस किला।

ये इतना विशाल है कि एक जमाने में कंस के सैनिक इसी से मथुरा पर नजर रखा करते थे। बताया गया है कि कंस यहीं रहकर पूरे साम्राज्य पर नजर रखता था। कंस के किले के अंदर सभागार के अलावा शस्त्रागार और रानियों के कक्ष भी मौजूद हैं। कई एकड़ में फैला ये किला आज भी कृष्ण काल की यादें अपने आप में समेटे हुए है।

किले के मुख्य मार्ग पर बना है चिंताहरण महादेव का मंदिर
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कंस किले के मुख्य मार्ग पर भगवान शिव ( चिंताहरण महादेव ) का मंदिर बना हुआ है। कहा जाता है कि कंस के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। भगवान शिव की विशाल प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है। इस मंदिर की स्थापना कंस के द्वारा कराई गई थी। कहा ये भी जाता है कि भगवान शिव जमीन से प्रगट हुए थे।
कंस किले की दीवालों पर बने हैं तलवार और ढाल की आकृति
सीढ़ियों से चढ़कर आप कंस किले के ऊपर पहुंचेंगे तो आपको यहां दीवालों पर कई तरह की आकृतियां देखने को मिलेंगी। स्थानीय नागरिक आनंद कुमार ने बताया कि किले की दीवारों पर सतिया, ढाल और तलवार की आकृति बनी हुई है। इन आकृतियों को जिस तरह से बनाया गया है उससे ये प्रतीत होता है कि यहां कंस का शस्त्रागार भी था।


Deepa Sahu

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