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रामधाम के श्रीराम अस्पताल में मरीजों की संख्या में कमी आई
फैजाबाद: यातायात के आवागमन में बंदिशों के कारण रामधाम के श्रीराम अस्पताल में मरीजों की संख्या में कमी आ गई है. प्रतिदिन लगभग एक हजार से अधिक पंजीकरण की संख्या घटकर सात सौ पंहुच गई है. इसमें ज्यादातर श्रद्धालुओं की संख्या है. आसपास के जिलों से आने वाले मरीजों की संख्या में ज्यादा गिरावट देखी जा रही है. लगभग सभी प्रकार के रोगों के डॉक्टरों की उपलब्धता होने के कारण श्री राम अस्पताल लोगों की प्राथमिकता में रहा है. इसलिए स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ बस्ती, गोंडा और अंबेडकर नगर आदि जिलों के लोग भी स्थानीय स्तर पर ना ठीक होने के बाद अस्पताल को प्राथमिकता देते रहे हैं ,लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के दिन से वाहनों के प्रतिबंध ने मरीजों के मर्ज को बढ़ा दिया है. नगर में प्रवेश न कर पाने की दशा में अयोध्या कैंट के निजी अस्पतालों का रुख करने को मजबूर हैं, क्योंकि ज्यादातर मरीज चार पहिया वाहन से ही अस्पताल तक पंहुचते रहे हैं. प्रतिबंध के कारण अब नहीं पहुंच पा रहे हैं .वहीं दूसरी तरफ स्थानीय स्तर पर भी मरीज को अस्पताल तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रामपथ पर चार पहिया वाहन प्रतिबंधित है, और अंदर के क्षेत्र में जाम की स्थिति सामान्य बात है. अस्पताल तक पहुंचने के लिए एक मात्र स्टेशन मार्ग है. यहां पर भी तीन दिशाओं में आरपीएफ के बैरियर लगे हैं. जिसे पार कर पाना नामुमकिन है. स्थानीय निवासी श्रीकांत द्विवेदी बताते हैं कि कुछ किलोमीटर में रहने वाले लोग अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो बाहर के लोग कैसे इलाज कराने यहां तक आ सकते हैं.
श्रद्धालुओं की संख्या घटी, वाहनों की बढ़ी: ऑर्थो सर्जन डॉक्टर आरके राय कहते हैं कि अब मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है. अस्पताल के व्यवस्थापक डॉ वाईपी सिंह बताते हैं कि अगर बीते तारीख से अब तक ही नजर डाले तो प्रतिदित छह सौ से सात सौ के बीच ही नहीं मरीजों का पंजीकरण हुआ है, जबकि जनवरी माह के पहले तक प्रतिदिन एक हजार से अधिक नए मरीज अस्पताल आते थे. अब मरीजों में श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा है. उन्होंने बताया अस्पताल के ठीक सामने पुलिस का बैरियर लगा है. वाहनों को लोग अस्पताल में खड़ा करके चले जाते है. जिससे पैदल आवागमन करने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.