उत्तर प्रदेश

बैनामा कराने आए व्यक्ति के एक लाख रुपए लेकर भागा बन्दर

Admin2
6 July 2023 1:06 PM GMT
बैनामा कराने आए व्यक्ति के एक लाख रुपए लेकर भागा बन्दर
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अगर आप रुपया पैसा लेकर रजिस्ट्री करने जा रहे हैं, तो चोर उचक्कों के अलावा कोई और भी है जिससे आपको सावधान रहना चाहिए, वो हैं रामपुर की शाहबाद तहसील भवन क्षेत्र के बंदर जो अक्सर ही रुपयों से भरे बैग ले उड़ते हैं। बंदरों के चलते लोगों में दहशत है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का है। जहां शाहबाद तहसील में एक बंदर एक ही झटके में लखपति बन गया। रजिस्ट्री ऑफिस में बैनामा कराने आए व्यक्ति की मोटर सायकिल से बंदर द्वारा एक लाख रुपए लेकर भागने पर हंगामा मच गया। शोर-शराबा सुनकर मौके पर लोग इकट्ठा हुए जिन्हें पेड़ पर चढ़े बंदर से पैसे वापस लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को मोहल्ला ज़िलेदारन के रहने वाले अबरार पुत्र शराफत हुसैन वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं। वह यहां तहसील में बैनामा कराने के लिए आए थे तभी एक लाख रुपए उनकी मोटरसाइकिल के बैग में रखे हुए थे। अबरार अपनी मोटरसाइकिल खड़ी कर वकील के बिस्तर पर जा कर बैठे और बेनामें की बाबत हिसाब किताब लगवाना शुरू किया। इतने में बंदर बैग में रखे एक लाख निकालकर भाग गया। माजरा देख अबरार के होश उड़ गए और शोर सुनकर तहसील में मौजूद वकील व ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। बंदर का पीछा किया गया तब जाकर बड़ी मशक्कत के बाद अबरार को एक लाख रुपए वापस मिले।
आपको बता दें कि शाहाबाद में बंदरों का आतंक चरम सीमा पर है। तहसील के अलावा भी नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन बंदरों के द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इसको लेकर अब प्रशासन के भी कान खड़े हो गए हैं और अधिकारी भी अब इन बंदरों के आतंक से नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बंदरों को पकड़वा कर जंगल मे छुड़वाने की बात कर रहे हैं।
वहीं इस मामले पर उप जिलाधिकारी शाहबाद अनिल कुमार ने बताया कि यहां पर बंदरों का प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है। बंदरों की संख्या कम करने के लिए किसी प्रोफेशनल का पता लगा कर बुलाया जाएगा और कुछ बंदरों को पकड़वा करके सेफ सुरक्षित तरीके से किसी जंगल में भेज कर उनकी संख्या कम की जाएगी। संभावना है कि हम पूरे सहसील लेवल पर कर पाए लेकिन जो भी यहां पर तहसील में स्थान है, तहसील है और नगर पंचायत का एरिया है, यहीं दो तीन जगह पहले कम करने का प्रयास करेंगे और फिर पूरे तहसील क्षेत्र में कम कराने के लिए प्रधानों से बैठक करके निर्णय लिया जाएगा।
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