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सात वर्षों में गड्ढामुक्त नहीं हो सकी शहर की मुख्य सड़क
बस्ती: कचहरी को रोडवेज व रेलवे स्टेशन से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पिछले सात वर्षों में गड्ढामुक्त नहीं हो सकी है. फव्वारा तिराहे से रोडवेज तिराहा, दक्षिण दरवाजा होते हुए रेलवे स्टेशन तक जाने वाली इस सड़क पर दर्जनों अस्पताल, विद्यालय, कार्यालय और कई वीआईपी आवास मौजूद हैं. नगर पालिका परिषद के अधीन आने वाली इस सड़क को कामचलाऊ बनाने के लिए ईंट और भवन का मलबा डाला जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से अब इस सड़क को लोक निर्माण विभाग के अधीन लाए जाने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है, लेकिन इस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हो सकी है.
प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से पिछले सात वर्षों से अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए विभागों को बजट जारी किया जाता है. जनपद स्तर पर भी इसके लिए अभियान चलाया गया है. प्रदेश में भाजपा की सरकार के साथ ही नगर पालिका परिषद पर भी भाजपा का ही कब्जा रहा है. ऐसे में उम्मीद इस बात की थी कि शहर की सड़कें गड्ढामुक्त हो जाएंगी.
दक्षिण दरवाजा से रेलवे स्टेशन वाली मुख्य सड़क पर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं. हालत यह है कि मुख्य सड़क पर जलभराव रहने से सड़क के ओर का रास्ता बंद हो जाता है. जरा सी चूक में बड़ा हादसा हो सकता है.
मुकेश राव, निवासी रानी पोखरा पुरानी बस्ती.
सीएम के आने पर थोड़ी दूरी तक हुई मरम्मत
सीएम के आने पर नगर पालिका की इस सड़क पर थोड़ी दूर तक सुधार हुआ है. दक्षिण दरवाजा से सीएम के कार्यक्रम वाले होटल तक लोक निर्माण विभाग को बजट मुहैया कराकर सड़क बनवा दी गई. इसी प्रकार एपीएन ग्राउंड से फव्वारा तिराहा तक सड़क के गड्ढों को भरा गया. शेष सड़क को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है.
तिपहिया वाहन पलटने से हो रहे हादसे
दक्षिण दरवाजा से रेलवे स्टेशन के बीच कुछ जगहों पर सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. होटल के सामने सड़क पर बने गड्ढे में पानी भरा रहता है. इसमें आए दिन तिपहिया वाहन उलट जा रहे हैं. हादसे में सवारियां चोटहिल हो रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.