उत्तर प्रदेश

अंतिम समय नहीं मिला अपनों का कंधा, बेगाने ने दी मुखाग्नि

Rani Sahu
24 Aug 2022 2:28 PM GMT
अंतिम समय नहीं मिला अपनों का कंधा, बेगाने ने दी मुखाग्नि
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जिंदगी भर खुद कमा कर खाना पड़ा और जब आखिरी वक्त मौत आई तो भी कोई अपना नसीब नहीं हुआ
हल्द्वानी, जिंदगी भर खुद कमा कर खाना पड़ा और जब आखिरी वक्त मौत आई तो भी कोई अपना नसीब नहीं हुआ। गैरों का कांधा मिला और गैरों ने मुखाग्नि देकर उसे अंतिम विदाई दी। हालांकि पुलिस ने कोशिश की थी कि अंतिम वक्त में ही सही, वृद्ध को कम से कम अपनों का साथ मिल जाए।
मूलरूप से ग्राम मथुरा बरेली उत्तर प्रदेश निवासी सुनील कुमार जौहरी (60) पुत्र जयराम पिछले करीब 20 साल से आर्य समाज गली बनभूलपुरा वार्ड 37 में रहते थे। वह किन परिस्थितियों में अपने परिवार से दूर हुए, इसका तो पता नहीं, लेकिन अपना पेट भरने के लिए वह कोतवाली के पास स्टेडियम रोड स्थित शमीम की चाय की दुकान में काम करते थे। कभी-कभार वो पास ही स्थित हुंदल दास की चाय की दुकान में भी काम कर लिया करते थे।
बताया जाता है कि बीते मंगलवार को सुनील कुछ अज्ञात लोगों को बेसुध अवस्था में मिले थे। अज्ञात लोगों ने ही उन्हें बेस अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद हुई शिनाख्त पर पुलिस ने बरेली में सुनील के भांजे से संपर्क साधा और मौत की खबर दी। इस पर भांजे ने उनके क्रिया-कर्म से इंकार कर दिया, जिसके बाद हुंदल दास ने सुनील का अंतिम संस्कार किया।

अमृत विचार।

Rani Sahu

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