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जाम की जड़ बनीं 14 रेल क्रॉसिंगों से निजात मिलने की आखिरी बाधा भी दूर
कानपूर न्यूज़: अनवरगंज-मंधना के बीच जाम की जड़ बनीं 14 रेल क्रॉसिंगों से निजात मिलने की आखिरी बाधा भी दूर हो गई है. पीएम नरेंद्र मोदी गति मिशन (नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप) ने जरीब चौकी से नानकारी क्रॉसिंग तक प्रस्तावित एलिवेटेड ट्रैक पर मुहर लगा दी है. डीपीआर पर सिर्फ रेल मंत्रालय की सहमति और इसके बाद टेंडर जारी होने हैं. मंत्रालय से टेंडर व वर्कऑर्डर जारी होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा. नीति आयोग पहले ही इस प्रोजेक्ट पर मुहर लगा चुका है. पिछले सप्ताह सीएम योगी भी सीएसजेएमयू के पास नया रेलवे स्टेशन बनाने के लिए मुफ्त में जमीन व राज्यांश देने का फैसला कर चुके हैं.
कानपुर का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एलिवेटेड ट्रैक शहर में यह सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा और इसके बनने से जाम से राहत मिल जाएगी. रेलवे की ओर से एलिवेटेड ट्रैक के नाम पर सबसे अधिक 1175 करोड़ रुपये की राशि वाला भी सबसे बड़ा काम होगा.
● डीपीआर पर सहमति और रेल मंत्रालय के टेंडर जारी करते ही शुरू होगा काम
● 1175 करोड़ रुपये होंगे खर्च, सीएम स्टेशन को फ्री जमीन देने का कर चुके ऐलान
हर क्रॉसिंग पर औसतन दो लाख से अधिक लोड
रेलवे के सर्वे के मुताबिक जरीब चौकी से नानकारी के बीच 14 रेल क्रासिंगें हैं. हर क्रॉसिंग पर रोजाना औसतन दो लाख वाहनों और आमजनों का लोड है. फाटक बंद होने से रोज जाम लगना आम बात है. हर कोई त्रस्त रहता है.
इसी साल करा कराएंगे श्रीगणेश
सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि शहर के यातायात में फर्रुखाबाद रेललाइन की क्रासिंगें सबसे बड़ी बाधक हैं. इनसे निजात दिलाने के लिए ही इस प्रोजेक्ट को पीएम से मिलकर गति मिशन में शामिल कराया था. पहले नीति आयोग से मंजूरी दिलाई. वर्ष 2023 के आखिरी तक इस काम का श्रीगणेश हरहाल में करा देंगे.
फर्रुखाबाद रूट के लोड पर नजर
● 24 घंटे में कुल ट्रेनें निकलती हैं औसतन 56-58
● रोजाना औसतन बंद रहती है क्रॉसिंगें 440-480 मिनट
● अनवरगंज से मंधना तक क्रॉसिंग 17 रेल क्रासिंगें
● एक बार में औसतन बंद होती है क्रॉसिंग 6 से 12 मिनट तक
● वर्ष 2005 से अब तक कितने बार हुए प्रयास 07 बार (पहली बार प्रयास मूर्तरूप लेते दिख रहा)