उत्तर प्रदेश

9 माह तक जिसे कोख में रखा हुआ उसका सौदा, मजबूर मां नहीं समझी सकी

Tara Tandi
8 Oct 2023 6:15 AM GMT
9 माह तक जिसे कोख में रखा हुआ उसका सौदा, मजबूर मां नहीं समझी सकी
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आगरा के लोहामंडी स्थित अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात शिशु को बेचने के मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस टीम दिल्ली में दबिश देने पहुंची है। खरीदार दंपती की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आगरा में बच्चे का सौदा करने वाले महिला व पुरुष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बच्चा चोर गिरोह से तार जुड़े होने के बिंदु पर भी जांच की जा रही है।
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जगदीशपुरा क्षेत्र की रहने वाली नीलम बुधवार को पुलिस आयुक्त से मिली थीं। उन्होंने बताया कि 7 जुलाई को लोहामंडी स्थित ऊषा देवी हास्पिटल में प्रसव के लिए भर्ती हुई थीं। आरोप लगाया कि तब डॉक्टर ने बताया था कि गर्भ में बच्चे की धड़कन नहीं है। बच्चा मृत है। ऑपरेशन करना होगा। 20 हजार रुपये का खर्च आएगा। इसी अस्पताल में पश्चिमपुरी की रहने वाली माया नाम की महिला मिली। उसने कहा कि बच्चा जिंदा हो तो मुझे दे देना। इलाज का खर्च वो उठा लेगी। इस पर नीलम तैयार हो गई। माया ने 20 हजार जमा करा दिए थे। बिना आपरेशन के नॉर्मल डिलीवरी से बच्चा पैदा हुआ। उसे कोई समस्या नहीं थी। इस पर माया नवजात को लेकर चली गई थी।
दो दिन बाद नीलम बेटे को लेने माया के पास गईं तो पता चला कि उसने किसी ज्ञान सिंह को उसका बच्चा दे दिया है। ज्ञान सिंह ने भी बच्चे को ज्यादा कीमत में दिल्ली के दंपती को बेच दिया था। पीड़िता ने बच्चे की बरामद की गुहार लगाई। लोहामंडी पुलिस ने शुक्रवार रात को माया और ज्ञान सिंह को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ के बाद एक टीम दिल्ली रवाना की गई। दंपती ने बच्चे की खरीद लिखापढ़ी में की थी। इसलिए पुलिस को उनका पता मिल गया है। दबिश दी जा रही है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि बच्चे की बरामदगी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
निसंतान दंपती ने खरीदा है बच्चा
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बच्चा निसंतान दंपती ले गए हैं। गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी। इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है। बच्चे को खरीदने के लिए रुपए दिए गए हैं। इसलिए दंपती दोषी हैं। पुलिस उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
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