उत्तर प्रदेश

पहली गणना के बाद गिरने लगा महिलाओं की आबादी का ग्राफ

Admin Delhi 1
13 July 2023 7:09 AM GMT
पहली गणना के बाद गिरने लगा महिलाओं की आबादी का ग्राफ
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गोरखपुर न्यूज़: पूर्वी यूपी के प्रमुख जनपद में आजादी के बाद जनसंख्या के बढ़ने की रफ्तार बेहद तेज रही. विकास के साथ जिले की आबादी लगातार घनी होती गई. हालांकि इसमें महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की आबादी तेजी से बढ़ी.

बीते 120 साल में गोरखपुर से अलग होकर नए जनपद भी बने. इसके बावजूद आबादी की रफ्तार में कमी नहीं आई. वर्ष 1901 में देश में पहली बार जनगणना हुई. इसे ही आधार जनगणना मानते हैं. पहली जनगणना में जिले में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या अधिक थी. पहली गणना में जिले की आबादी नौ लाख 54 हजार 789 थी. इसमें चार लाख 74 हजार 898 पुरुष और चार लाख 79 हजार 891 महिलाएं थी. अब जिले की आबादी 45 लाख के करीब पहुंच गई है. वर्ष 2011 की जनगणना में जिले की आबादी 44 लाख 40 हजार थी. इसमें 22 लाख 77 हजार पुरुष रहे, जबकि 21 लाख 63 हजार 118 महिलाएं थी.

आजादी के बाद दोगुनी हो गयी जनसंख्या वृद्धि की दर जिले में 1901 से अब तक 12 बार जनगणना हो चुकी है. अंतिम जनगणना रिपोर्ट वर्ष 2011 में जारी हुई. वर्ष 1901 की जनगणना को ही आधार जनगणना माना जाता है. तब से अब तक जनसंख्या वृद्धि दर लगातार बढ़ी है. खास तौर पर आजादी के बाद तो इसमें वृद्धि की दर दोगुनी तक पहुंच गई. जिले में सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर वर्ष 1921 की जनगणना में रही. वर्ष 1921 में जिले में महज दो फीसदी ही जनसंख्या वृद्धि दर रही. जबकि 1991 की जनगणना में जनसंख्या वृद्धि दर 24.60 फीसदी हो गई. खास बात यह है कि हर बार जनगणना वृद्धि दर धनात्मक ही रही है.

ऐसे बढ़ी जिले की आबादी (स्रोत- एनआईसी)

वर्ष कुल आबादी पुरुष महिला वृद्धि दर

1901 954789 474898 479891 -

1911 1040392 521515 518877 8.97

1921 1061375 537719 523656 2.02

1931 1185436 606482 578954 11.69

1941 1311976 662340 649636 10.67

1951 1473156 738213 734943 12.29

1961 1673134 882778 830356 13.57

1971 1980329 1028553 951776 18.36

1981 2460611 1260759 1199852 24.25

1991 3066002 1593355 1472647 24.60

2001 3769456 1923197 1846259 22.94

2011 4440895 2277777 2163118 17.81

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