उत्तर प्रदेश

परिवार ने सरकार से लगाई यह गुहार, पीलीभीत मे दलित दुष्कर्म पीडिता की मौत

Admin4
20 Sep 2022 4:21 PM GMT
परिवार ने सरकार से लगाई यह गुहार, पीलीभीत मे दलित दुष्कर्म पीडिता की मौत
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पीलीभीत के माधोटांडा इलाके में दुष्कर्म के बाद आग के हवाले की गई दलित किशोरी की 12 दिन बाद सोमवार को इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई. देर शाम करीब 8 बजे शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. परिजनों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. साथ ही 50 लाख रुपए मुआवजा समेत परिवार के लिए सुरक्षा मांगी है. थाना माधोटांडा के गांव कुंवरपुर का यह पूरा मामला है.

बीती 7 तारीख को गांव का राजवीर अपने साथी ताराचंद्र के साथ दोपहर में किशोरी के घर में घुस गया, उस समय किशोरी के मां-बाप घर में नहीं थे. पीड़िता ने बताया कि उसे अकेला देखकर घर में घुसे राजवीर ने उसका रेप किया

और मारपीट की. जब उसने विरोध किया तो उसके दोस्त ताराचंद ने डीजल डाल दिया और आग लगा दी. और फिर दोनों पीड़िता को तड़पता हुआ छोड़ भाग गए. बीती 7 तारीख को पीलीभीत जिला अस्पताल में 80% जली हुई किशोरी को भर्ती कराया गया. 10 तारीख को किशोरी का एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में पीड़िता कहती नजर आ रही है कि गांव के ही 2 युवकों ने उसका रेप किया और उसको डीजल डालकर जला दिया. वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई. इसके बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उसी दिन 10 तारीख को दोनों आरोपियों को ताबड़तोड़ दबिश देकर हिरासत में लेकर जेल भेज दिया

. मामला दलित नाबालिग किशोरी से जुड़ा होने के कारण धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा. पीड़ित किशोरी और परिवार से मिलने समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा भी जिला अस्पताल पहुंच गए. किशोरी की हालत बिगड़ती देख 11 सितंबर को पुलिस ने किशोरी को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज रेफर करवाया, जहां उसकी 19 सितंबर को इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद किशोरी के शव को लखनऊ पोस्टमार्टम कराकर देर शाम पीलीभीत जिले स्थित घर लाया गया और देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिजन चीखते और चिलाते रहे.

न्याय और मुआवजे की मांग करते रहे, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. इस बीच, सुबह से लेकर रात तक गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही बड़े अधिकारियों का आना-जाना रहा. जब अंतिम संस्कार हो गया उसके बाद कहीं जाकर अधिकारियों ने राहत की सांस ली. मृतका के नाना ने बताया, मेरी नातिन को न्याय मिले और आरोपियों को फांसी की सजा मिले. इसके अलावा बेटी के पिता ने 50 लाख रुपए की मांग रखी है. साथ ही आरोप है

कि किशोरी के परिजनों को आरोपियों के घरवाले धमकी दे रहे हैं, इसलिए सुरक्षा मुहैया कराई जाए. पुलिस अधीक्षक (SP) दिनेश कुमार प्रभु ने मीडिया को बताया कि सूचना मिलते ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इस मामले में धाराएं बढ़ाई जाएंगी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी.

घटना में दो आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. वहीं, मुआवजे की मांग को लेकर कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि जितना संभव हो सकेगा, उतनी मदद की जाएगी. बता दें कि दोनों आरोपियों पर 376, 307, 504 और 506 सहित पास्को एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. लेकिन अब किशोरी की मौत के बाद 307 की धारा हटाकर 302 लगा दी जाएगी और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया जा रहा है

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