उत्तर प्रदेश

जिले के उद्यमी पोर्टल पर पंजीयन में रुचि नहीं ले रहे

Admin Delhi 1
18 July 2023 10:48 AM GMT
जिले के उद्यमी पोर्टल पर पंजीयन में रुचि नहीं ले रहे
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गाजियाबाद न्यूज़: जनपद के सूक्ष्म और लघु उद्यमी एमएसएमई पोर्टल पर पंजीयन में रुचि नहीं दिखा रहे. इसका प्रमाण प्रदेश सरकार की ओर से चलाए गए पंजीयन अभियान के आंकड़े से लगता है. अभियान के बीते 45 दिनों में मात्र 6500 उद्योगों के मालिकों ने पंजीयन कराया है.

जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी ने बताया कि सूक्ष्म और लघु उद्योगों का एमएसएमई पोर्टल पर पंजीयन कराने के लिए एक जून से अभियान चला रही है. पोर्टल पर ऐसे उद्यमी पंजीयन करा सकते हैं, जो जीएसटी के दायरे से बाहर हैं. करीब 6500 उद्यमियों ने ही पोर्टल पर पंजीयन कराया है. जबकि प्रदेश सरकार ने 31 जुलाई तक 25 हजार पंजीयन कराने का लक्ष्य दिया है. इसे लेकर जिले के सभी औद्योगिक संगठनों से कई दौर की बातचीत हो चुकी है. औद्योगिक संगठनों ने कई औद्योगिक क्षेत्रों में पंजीयन के लिए जागरूकता शिविर भी लगाया, लेकिन अभी उसके सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए हैं

पंजीकृत व्यवसायी लाभान्वित होंगे

जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त श्रीनाथ पासवान ने बताया कि इस अभियान का मकसद जनपद के छोटे से छोटे उद्यमियों को एमएसएमई पोर्टल पर पंजीयन कराकर पहचान दिलाना है. साथ ही सरकारी योजनाओं, लोन, वित्तीय सहायता और आकस्मिक स्थिति में व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिलाना है. इससे जनपद के सूक्ष्म, लघु, कुटीर और हस्तशिल्प जैसे छोटे-छोटे घरेलू उद्योग लाभान्वित होंगे.

हर बुधवार को लग रहा शिविर

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन हर बुधवार को पंजीयन बढ़ाने के लिए जागरूकता शिविर लगा रहा है. डेढ़ माह में एसोसिएशन ने लोनी के ट्रॉनिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र में छह शिविर लगाए हैं. राष्ट्रीय सचिव प्रदीप गुप्ता ने बताया कि सूक्ष्म एवं लघु उद्यमी शिविर में जानकारी लेने के लिए तो आते हैं, लेकिन पंजीयन में खास दिलचस्पी नहीं दिखाते. जुलाई में शेष दोनों बुधवार को भी ट्रोनिका सिटी में कैंप लगाया जाएगा, ताकि ज्यादा उद्यमी लाभ ले सकें.

सूक्ष्म, लघु, हस्तशिल्प उद्योगों के लिए जिला उद्योग केंद्र के एमएसएमई उद्यम पोर्टल पर निशुल्क पंजीयन खुला है. औद्योगिक संगठनों से लगातार पंजीयन बढ़ाने के लिए अपील की जा रही है. अभियान के 31 जुलाई तक पंजीयन में काफी सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है. - श्रीनाथ पासवान, उपायुक्त, उद्योग

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