उत्तर प्रदेश

कानपुर के चिड़ियाघर के बाड़ों को किया जा रहा हैं सुरक्षित, सुरक्षा में रहेंगे हिरन

Admin Delhi 1
7 Jan 2023 12:28 PM GMT
कानपुर के चिड़ियाघर के बाड़ों को किया जा रहा हैं सुरक्षित, सुरक्षा में रहेंगे हिरन
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कानपुर: इन्फ्रारेड किरणों के सुरक्षा कवच में शंघाई व सामान्य हिरनों का समूह रहेगा। इन्फ्रारेड बल्व लगाकर उनके बाड़े का भीतरी क्षेत्र गर्म रखा जाएगा। जिससे कड़कड़ाती ठंड और शीतल लहर से ये जानवर खुद को सुरक्षित कर सकें। जनवरी में बढ़ी ठंड ने चिड़ियाघर के पशु पक्षियों की सेहत को लेकर चिंता बढ़ा दी है। चिड़ियाघर में जानवरों को ठंड से सुरक्षा देने के लिए बिछाई गई पराली और लकड़ी की पटरे नाकाफी साबित हो गए हैं। उन्हें ठंड से सुरक्षित करने के लिए अब मांसाहारी जानवरों के लिए ब्लोवर और हीटर बढ़ाए जा रहे हैं तो हिरन और शंघाई हिरन के लिए इन्फ्रारेड बल्व का प्रयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही बीते दिनों सर्दी को देखते हुए बढ़ाई गई खुराक में और बढ़ोतरी की गई है। ठंड को देखते हुए मांसाहारी जानवरों में मादा लेपर्ड बाघ आदि को दस किलो तक मीट दिया जा रहा है। वहीं नर को 12 किलोग्राम तक मीट खिलाया जा रहा है।

मोर मूंगफली और तोता खा रहा अखरोट बादाम: प्राणी उद्यान के केवल पशुओं को ही नहीं, बल्कि पक्षियों को भी ठंड से सुरक्षित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। उनके खानपान में कुछ बदलाव किए गए हैं। पशु चिकित्सक डॉ. नासिर ने बताया कि पक्षियों में मोर को मूंगफली दी जा रही है। इसके अलावा अन्य पक्षियों को भी गर्मी बढ़ाने के लिए मूंगफली खाने को दी जा रही है।

इसके साथ ही मकाउ और हीरामन तोता को अखरोट और बादाम दिया जा रहा है। इसके अलावा कछुटों को ओस से सुरक्षित करने के लिए पानी के ऊपर प्लास्टिक से कवर किया जा रहा है, जिससे ठंडी ओस परेशानी न बढ़ाए। कुछ को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए संतरा भी दिया जा रहा है।

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