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सीएम ग्रिड के तहत स्मार्ट बनाई जाने वाली सड़कों के किनारे की नालियां भी भूमिगत होंगी
इलाहाबाद: सीएम ग्रिड के तहत स्मार्ट बनाई जाने वाली सड़कों के किनारे की नालियां भी भूमिगत होंगी. खुली नालियों का पानी भूमिगत पाइप के जरिए निकाला जाएगा. नालियों के पाइप पर निगरानी के लिए निर्धारित दूरी पर चैंबर बनाए जाएंगे. नालियों के साथ सड़कों के बीच बनी सीवर लाइन भी रोड पटरी पर शिफ्ट की जाएंगी.
बेंगलुरू और चेन्नई में इसी तरह सड़कें स्मार्ट बनाई जा रही हैं. निर्माणाधीन सड़कों को देखने के लिए प्रदेश के कई नगर निगमों के अधिकारी और इंजीनियर बेंगलुरू और चेन्नई गए थे. प्रयागराज से नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग और मुख्य अभियंता सतीश कुमार भी बेंगलुरू और चेन्नई गए थे. चार दिन के दौरे से लौटने के बाद नगर आयुक्त ने दोनों शहरों की तरह प्रयागराज में भी सड़कें बनाने का निर्देश दिया है.
मुख्य अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि सीएम ग्रिड योजना के दूसरे चरण में स्मार्ट बनाई जाने वाली सभी सड़कों की नालियां भूमिगत होंगी. प्रथम फेज में चयनित सात सड़कों को पूर्व की योजना के तहत स्मार्ट बनाया जाएगा. मुख्य अभियंता के अनुसार पहले फेज में सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने 75 करोड़ रुपये जारी कर दिया है. चालू वित्तीय वर्ष में इसी मद से 100 करोड़ रुपये सरकार देगी. पूर्व में बनाई गई योजना के तहत एक सड़क के निर्माण पर 12-13 करोड़ रुपये प्रति किमी खर्च होगा. बेंगलुरू और चेन्नई की तरह सड़कें बनाने पर करोड़ रुपये प्रति किमी खर्च होने का अनुमान है.
सही समय पर जांच से इलाज आसान: मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की ओर से राष्ट्रीय पैथोलॉजी दिवस मनाया गया. इस अवसर पर बेहतर जांच से ही बेहतर इलाज विषय पर पोस्टर और भाषण प्रतियोगिता हुई. कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पैथोलॉजी के महत्व के बारे में बताया.
मेडिकल कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने कहा कि रोगों के निदान और उपचार में पैथोलॉजी का बहुत महत्व है. सही समय पर जांच होने से बीमारी का इलाज और आसान हो जाता है. प्रतियोगिता में गायत्री भट्ट, अंशिका प्रिया, केशू सिंह, गरिमा मिश्रा विजयी रहीं. विजयी प्रतिभागियों को प्राचार्य मेडल और प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया. अध्यक्षता पैथोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. कचनार वर्मा ने किया. आयोजन समिति में डॉ. अंशुल, डॉ. वर्षा शामिल रहीं.