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नोएडा: सेक्टर-93 स्थित सिल्वर सिटी सोसाइटी में घरेलू सहायक पति-पत्नी ने फ्लैट मालिक को दूध में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया. इसके बाद वे उनके लॉकर में रखे 10 लाख रुपये लेकर भाग गए. पड़ोसी और चालक ने गंभीर हालत में फ्लैट मलिक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. हालत ठीक होने के बाद पीड़ित ने फेज-2 थाने में शिकायत दी. पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
सिल्वर सिटी सोसाइटी निवासी रामकुमार ने बताया कि वह सरकारी और निजी कार्यक्रमों में ट्रांसलेटर का काम करते हैं. घरेलू सहायिका सोनिया खान 13 अगस्त को दोपहर का भोजन तैयार किया और उसके पति हाफिज ने घर की सफाई की. इसी दौरान सोनिया ने दूध में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर उनको दे दिया. इसके बाद वह बेहोश हो गए. इसी बीच दोनों ने उनके घर के लॉकर से 10 लाख रुपये चुरा लिए और दोनों भाग गए.
उनके ऑफिस के एक स्टाफ ने कॉल की. जब उनका फोन नहीं उठा तो उन्होंने उनके चालक को फोन कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद उनका चालक फ्लैट में पहुंचा तो वह बेहोश पड़े थे. चालक ने पड़ोसियों की मदद से उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. उनको एक दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिली. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को दी.
थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित रामकुमार मूलरूप से उत्तराखंड में रुड़की के रहने वाले हैं. उनकी पत्नी और बच्चे सभी रुड़की में रहते हैं. उन्होंने गेझा में किराए के मकान में रहने वाली सोनिया खान को दस साल पहले एक एजेंसी की मदद से घरेलू सहायक रखा था. उसका पति हाफिज भी कभी- कभी उनके घर में सफाई करने आता था. उन्होंने अपने घर में दोनों को नौकरी देने के दौरान सिर्फ आधार कार्ड लिया. उनका सही तरीके से पुलिस सत्यापन नहीं कराया.
आरोपियों ने गलत पते पर आधार कार्ड बनवाया
रामकुमार ने पुलिस को बताया कि दोनों आरोपी बहुत मेहनत से काम करते थे. इसके कारण वह उन पर घर के सदस्य की तरह विश्वास करने लगे थे. जांच में पता चला कि आरोपियों ने जो आधार कार्ड उनको दिया, वह गलत तरीके से गेझा गांव के पते पर बनवाया गया था. आरोपी मूलरूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.
यदि घरेलू सहायक या किरायेदार किसी अन्य जनपद, राज्य या नेपाल से है, तो उनके संबंधित थाने में रिपोर्ट भेजकर सत्यापन कराया जाता है. पुलिस को इसमें पांच दिन का समय लगता है. शपथपत्र भी लिया जाता है.
घरेलू सहायक-किरायेदार का सत्यापन अनिवार्य है. इसके लिए मकान मलिक को थाने में किरायेदार और घरेलू सहायक की जानकारी देनी होती है. इसके बाद थाना क्षेत्र का दरोगा या बीट कांस्टेबल घरेलू सहायक का सत्यापन करता है.
पहले भी हुईं ऐसी घटनाएं
●1 अप्रैल 2023 घरेलू सहायक सेक्टर-128 स्थित जेपी विशटाउन सोसाइटी में रहने वाले रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर के घर से 15 लाख रुपये की नगदी और गहने चोरी कर ले गया था. बाद में वह पकड़ा गया था.
●20 मार्च 2022 सेक्टर-14ए निवासी व्यक्ति के घर से घरेलू सहायक ने 14 लाख रुपये और कीमती सामान चोरी कर लिया था. फेज-1 पुलिस ने आरोपी घरेलू सहायक को गिरफ्तार किया था.
●27 सितंबर 2022 घरेलू सहायक ने सेक्टर-107 निवासी मकान मालिक के सूप में नशीला पदार्थ पिलाकर लाखों का सामान चोरी कर लिया था. गार्ड ने उसे पकड़ा था.
क्षेत्र के हिसाब से अवधि तय
पांच दिन में अगर किरायेदार या घरेलू सहायक जिले के रहने वाले हैं तो संबंधित थाना पुलिस के लिए पांच दिन में सत्यापन करना अनिवार्य है. जिले से बाहर के हैं तो 15 दिन और राज्य से बाहर के हैं तो 20 दिन लगेंगे. नेपाल का है तो अतिरिक्त समय लग सकता है. लोगों को किरायेदार एवं नौकरों का सत्यापन के लिए अब थाने जाने की जरूरत नहीं है. मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिये भी सत्यापन के लिए आवेदन किया जा सकता है.
आरोपियों ने गलत पते पर आधार कार्ड बनवाया
इसके लिए सबसे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट https//uppolice.gov.in/ पर जाना होगा. यहां होम पेज पर सिटीजन सर्विस के अंतर्गत टीनेंट पीजी वेरिफिकेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा. क्लिक करते ही एक पेज और खुल जाएगा. इस फार्म को अपलोड करने के बाद भरकर दोबारा से अपलोड करना होगा. इसके बाद प्रक्रिया पूरी की जाएगी और सत्यापन पत्र बन जाएगा.
पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. उनका आधार गलत पते पर बना था. पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है.
-सुनीति, डीसीपी, सेंट्रल नोएडा