उत्तर प्रदेश

विभागीय विजिलेंस टीम को जांच में दो अधिकारियों की संलिप्तता और लापरवाही पायी गयी

Admindelhi1
24 April 2024 7:05 AM GMT
विभागीय विजिलेंस टीम को जांच में दो अधिकारियों की संलिप्तता और लापरवाही पायी गयी
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पेट्रोलियम मामले में दो माह पूर्व की थी जांच

मेरठ: थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया साइट बी स्थित एचपीसीएल डिपो से टैंकरों में अधिक मात्रा में पेट्रोलियम उत्पाद डिपो से भर कर ले जाने की सूचना पर दो माह पूर्व विभागीय विजीलेंस टीम मथुरा आयी थी. टीम ने कई दिन डेरा डाल कर मामले की बारीकी से जांच की तो दो अधिकारियों की संलिप्तता और एक अधिकारी की लापरवाही पायी गयी थी. जांच टीम की रिपोर्ट के बाद तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया तो संविदा कर्मियों को हटा दिया गया.

बताते चलें कि रिफाइनरी क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया साइट बी स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन डिपो से अधिकारियों की सांठ गांठ से ट्रांसपोर्टरों के टैंकरों में अधिक मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ भर कर जाने की शिकायतें विभागीय अधिकारियों को मिल रही थीं. इन शिकायतों पर करीब दो माह पूर्व विभागीय विजीलेंस टीम ने मथुरा आकर डेरा डाल दिया था. इस दौरान टीम ने पेट्रोलियम उत्पाद डिपो से अधिक मात्रा में भरकर ले जाने के मामले में विभागीय विजिलेंस टीम ने अचानक छापामार कार्रवाई की थी. एक ही ट्रांसपोर्टर की गाड़ियों में डिपो इनवॉइस से अधिक मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ भरा हुआ मौके पर विजिलेंस टीम को मिला था.

बताते हैं कि विभागीय विजिलेंस टीम ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम डिपो में करीब चार दिन तक मामले के संबंध में गहनता से छानबीन कर जांच की थी, इसमें टीम द्वारा संस्थान से कुछ जांच के दौरान मिले दस्तावेज मुख्यालय साथ ले गई थी ’ इस दौरान टीम के अधिकारी, कर्मचारी व ठेका कर्मियों से भी जांच पड़ताल के दौरान पूछताछ की थी. जांच के बाद विजिलेंस टीम ने अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपी थी. बताते हैं कि विभाग ने जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया तीन अधिकारियों को दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया गया. इनमें लापरवाही बरतने के आरोप में टर्मिनल प्रभारी उत्पल दत्त, एसएनडी ऑफिसर राहुल कुमार व हेमंत सिंह को निलंबित किया गया तो जांच में ट्रोलियम पदार्थ की चोरी करने वाले अन्य लोगों की भी जानकारी विजिलेंस टीम को मिली ’ संस्थान से पेट्रोलियम पदार्थ की चोरी कर ले जाने वाले दो ट्रांसपोर्टर में एक मथुरा और एक आगरा के ट्रांसपोर्टर का नाम प्रकाश में आया था तो कुछ ठेका कर्मियों की भी संलिप्तता टीम को मिली थी, उन्हें तत्काल हटा दिया गया.

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