उत्तर प्रदेश

औद्योगिक इकाइयों में कुशल और अकुशल श्रमिकों का संकट गहराया

Admindelhi1
3 May 2024 8:57 AM GMT
औद्योगिक इकाइयों में कुशल और अकुशल श्रमिकों का संकट गहराया
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चार माह पहले तालानगरी में रोजगार को लेकर कैंप लगाया गया था.

अलीगढ़: औद्योगिक इकाईयों में श्रमिकों का संकट है. कुशल से लेकर अकुशल श्रमिकों की इकाइयों को आवश्यकता है. तालानगरी से लेकर औद्योगिक अस्थान तक इकाईयों के बाहर हेल्पर, कारीगर, प्रेस मैन, ड्रिल व पैकिंग करने वालों की जरूरत है. चार माह पहले तालानगरी में रोजगार को लेकर कैंप लगाया गया था.

तालानगरी औद्योगिक क्षेत्र में करीब 00 से अधिक मिश्रित श्रेणी की इकाईयां हैं. यहां पर ताला, हार्डवेयर, केमिकल, पैकेजिंग, इलेक्ट्रॉनिक लाइट, फूड समेत अन्य सेक्टर की इकाईयां संचालित हैं. पिछले दो तीन माह से अधिकांश इकाईयों के गेट पर श्रमिकों की आवश्यकता का बोर्ड चस्पा दिखाई दे रहा है. यह स्थिति किसी एक इकाई की नहीं बल्कि हर तीसरी इकाई की है. तालानगरी से लेकर आईटीआई रोड स्थित औद्योगिक अस्थान तक में श्रमिकों की कमी है. हेल्पर, सुपरवाइजर, सीएनसी मशीन ऑपरेटर, प्रेस ऑपरेटर, पैकिंग, कंप्यूटर ऑपरेटर, पॉलिश स्टॉफ समेत अन्य की जरूरत तालानगरी में इकाईयों को है. हर दूसरी व तीसरी इकाई में कम के कम 10 कुशल व अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता है. अधिकांश श्रमिक दिल्ली-एनसीआर की ओर रोजगार के लिए रुख करते हैं. ठेका प्रथा पर इकाईयों में श्रमिक लाए जा रहे हैं. लेकिन बाहर से आने वाले श्रमिक भुगतान कम मिलने के कारण अधिक दिन काम नहीं करते हैं.

इकाइयों में काम करने के बजाय लोग अब स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. केंद्र सरकार की पीएम स्वनिधि के तहत 10 से हजार रुपये का लोन लेकर खुद का काम कर रहे हैं. अलीगढ़ में पीएम स्वनिधि के तहत 30 हजार से अधिक रेहड़ी पटरी वाले पंजीकृत हैं. इसमें 70 फीसदी नए लोग शामिल हुए हैं. ए व बी श्रेणी में चयन किया गया था. इसमें सड़क किनारे काम करने वालों के साथ घरों में सिलाई, बुनाई, कढ़ाई व अन्य काम करने वाली महिलाओं व पुरुषों को भी चुना गया था. ऐसे में इकाईयों की ओर काम करने का रुझान कम हो रहा है.

बेरोजगारी का मुद्दा उठता है, लेकिन हकीकत यह है कि तालानगरी की हर तीसरी इकाई को कुशल व अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता है. इकाईयों ने गेट के बाहर बोर्ड लगाया है, लेकिन इसके बाद भी जरूरत पूरी नहीं हो रही है.

मोहित गुप्ता, एमडी ग्लोब एक्सपोर्ट.

इकाईयों को ट्रेंड श्रमिक नहीं मिल पा रहे हैं. तालानगरी की अधिकांश इकाईयों को कामगारों की जरूरत है. तालानगरी श्रमिकों को काम की गारंटी देती है. वर्तमान में हेल्पर से लेकर तकनीकी रूप से सक्षम कर्मचारी की जरूरत है.

राजीव माहेश्वरी, एमडी रैडिश टेक्नॉलाजी.

तालानगरी की अधिकांश इकाईयों के गेट के बाहर कामगारों की आवश्यकता का बोर्ड लगा है. हेल्पर से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर व अन्य पोस्ट खाली हैं. मेरी इकाई में स्वयं पुरुष व महिला कंप्यूटर ऑपरेटर की आवश्यकता है. विभिन्न इकाईयों में वर्तमान में पांच सौ से अधिक श्रमिकों की जरूरत है.

आलोक झा, एमडी झास इंडस्ट्री.

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