उत्तर प्रदेश

मेरठ में दो दिन गुलजार रहने के बाद सामान्य हुई रोडवेज बसों की स्थिति

Admin Delhi 1
26 Oct 2022 11:15 AM GMT
मेरठ में दो दिन गुलजार रहने के बाद सामान्य हुई रोडवेज बसों की स्थिति
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मेरठ न्यूज़: दीपावली से जुड़े त्योहार शृंखला के अंतर्गत शनिवार और रविवार को खूब भीड़ उमड़ने के बाद सोमवार और मंगलवार के दिन रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या सामान्य रही। विभाग को उम्मीद है कि बुधवार से यह सिलसिला एक बार फिर तेज होगा, और भैयादूज की रात तक जारी रहेगा। मेरठ स्टेशन इंचार्ज राजेश कुमार त्यागी ने बताया कि दीपावली के दिन यानि सोमवार से लेकर मंगलवार शाम तक बीते दो दिनों में सामान्य रूप से ही यात्री निकले हैं। जबकि इससे पूर्व शनिवार और रविवार में मवाना हस्तिनापुर बिजनौर मुजफ्फरनगर दिल्ली से मेरठ, नोएडा से मेरठ मार्ग पर दिन भर काफी संख्या में यात्रियों की आवाजाही रही। रविवार को तो बिजनौर मार्ग पर हर पांच मिनट में बस निकालने की व्यवस्था करते हुए यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया गया। इसके अलावा 15 मिनट के अंतराल से मवाना-हस्तिनापुर लोकल मार्ग पर बसों को भेजा गया। वहीं सोहराब गेट के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी संजय राणा ने बताया कि शनिवार और रविवार को भारी भीड़ उमड़ने के बाद सोमवार और मंगलवार को यात्रियों का आवागमन सामान्य रहा। इस बीच आरएम केके शर्मा और एआरएम मेरठ जगदीश सिंह भैंसाली बस स्टैंड पर मौजूद रहे।

उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को बसों का संचालन सुचारू रूप से करते हुए यात्रियों को बेहतर से बेहतर सेवा देने के निर्देश दिए। दोनों अधिकारी स्वयं यात्रियों के बीच घूम-घूमकर उनके गंतव्य और बसों की उपलब्धता के विषय में जानकारी लेते रहे। आरएम केके शर्मा ने बताया कि मेरठ डिपो के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि त्योहार श्रृंखला पर यात्रियों की सुविधा के लिए डिपो से निकालकर सभी 127 बसें यात्रियों की सेवा में लगा दी गईं। जबकि निगम की ओर से 95 प्रतिशत बसों का टाइम टेबल बनाया जाता है। उन्होंने शत प्रतिशत बसों को यात्रियों की सेवा में उतारने का श्रेय एआरएम जगदीश सिंह और उनकी टीम को दिया। उन्होंने बताया कि सोहराब गेट डिपो की 179 में चार बसें वर्कशॉप में तकनीकी खराबी के कारण शनिवार रात रुकी रहीं। जिन्हें रविवार दोपहर तक सही कराकर रोड पर उतार दिया गया था। इस डिपो की भी शत प्रतिशत बसें इस समय यात्रियों की सेवा में लगी हुई हैं। जबकि भैंसाली डिपो के माध्यम से चलने वाली 165 अनुबंधित बसों में तीन बसें ऐसी रहीं, जिन्हें उनके स्वामियों की ओर से संचालन के लिए नहीं भेजा गया है। अधिकारियों ने आने वाले दो दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने का अनुमान लगाते हुए बुधवार को गोवर्धन और गुरुवार को भैयादूज के पर्व पर यात्रियों की संख्या के अनुसार आॅन डिमांड बसें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

पूर्व प्रतिबंधित और अंतरराज्यीय मार्गों पर भी अनुबंधित की जाएंगी निजी बसें: उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की ओर से निजी बसों को साथ जोड़ने के लिए मसौदा तैयार कर लिया गया है। जिसमें निजी बस आॅपरेटरों की शंकाओं का समाधान करने का प्रयास किया गया है। आरएम केके शर्मा ने बताया कि योजना-2022 के अंतर्गत पूर्व में प्रतिबंधित (रेड कॉरिडोर) और अंतरराज्यीय मार्गों पर भी निगम से अनुबंध के उपरांत निजी बसों को चलाने की अनुमति मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में पूर्व में 70 किमी तक के मार्ग दूरी में बस लगाई जा सकती थी। अब मार्ग की लम्बाई अधिकतम 150 किमी (मार्ग विशेष अधिकतम 10 किमी तक की अतिरिक्त की छूट अनुमन्य) तक की मार्ग दूरी में बस लगाई जा सकती है। अनुबंधित वाहन स्वामी की ओर से संचालन के प्रयोजन के लिए अपनी बस का पंजीयन यूपीएसआरटीसी के नाम कराना होगा। इस योजना में अधिकतम अनुबंध अवधि बस की पंजीयन तिथि से 10 वर्ष होगी।

इस योजना में नई, पांच वर्ष पुरानी डीजल इंजन युक्त एवं आठ वर्ष पुरानी सीएनजी इंजन युक्त बस भी अनुबंधित की जा सकती है। इस योजना में अनुबंध के समय वाहन स्वामी को इस आशय का शपथ पत्र भी देना अनिवार्य होगा कि उसके परिवार का कोई सदस्य परिवहन निगम में सेवायोजित नहीं है।

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