उत्तर प्रदेश

स्कूल के क्लास रूम में 34 बच्चों की हालत बिगड़ी

Admin4
19 Sep 2023 9:25 AM GMT
स्कूल के क्लास रूम में 34 बच्चों की हालत बिगड़ी
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लखीमपुर खीरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उच्चाधिकारी पुलिस महकमें को जनता से मित्रवत व्यवहार करने का पाठ भले ही पढ़ा रहे हों, लेकिन इसका असर पुलिस कर्मियों पर पड़ता नहीं दिख रहा है। थाना खमरिया क्षेत्र के चिकनाजती गांव निवासी एक किसान घायल अवस्था में अपनी फरियाद लेकर रेहुआ पिकेट पहुंचा और दरोगा से अपनी फरियाद लगाई। फरियाद तो नही सुनीं बल्कि दरोगा ने उसे गालियां देकर भगा दिया। पीड़ित का आरोप है कि उसका मेडिकल भी कराना मुनासिब नही समझा। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे सीएचसी खमरिया में भर्ती कराया है।
थाना खमरिया क्षेत्र के चिकनाजती गांव निवासी सुभाष कुमार पुत्र शिवशरण लाल मौर्य ने बताया कि उसके खेत में समदहा गांव के कुछ चरवाहे गन्ने की फसल चला रहे थे। फसल चराने से उसने मना किया तो मलखान, सियाराम व मैकू हमलावर हो गए और लाठी डंडों लात घूंसों से जमकर मारा पीटा। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जब पीड़ित सुभाष प्रार्थना पत्र लेकर थाना खमरिया पहुंचे तो थाने पर तैनात पुलिस कर्मियों ने रेहुआ पुलिस पिकेट भेज दिया।
पीड़ित का आरोप है कि जब रेहुआ पुलिस पिकेट पर फरियाद लेकर पहुंचा तो नाम बताते ही पुलिस पिकट पर बैठे दरोगा आग बबूला हो गया और गालियां देते हुए भगा दिया। दरोगा ने उसकी बात तक नहीं सुनी और न ही इलाज के लिए अस्पताल भेजा। वहीं देर शाम पीड़ित सुभाष की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों ने उसे सीएचसी खमरिया पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए इलाज के लिए अस्पताल में रेफर किया है। खमरिया एसअ ो अजय राय ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि कोई इस तरह की शिकायत आती है तो जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।नैनी/प्रयागराज, अमृत विचार। मेजा के गुलाब देवी इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले 34 बच्चों की तबीयत सोमवार को अचानक से खराब हो गई। बच्चो के पेट, सिर में तेज दर्द, गला सूखने की शिकायत हुयी। जिसके बाद बच्चों को सीएचसी मेजा में भर्ती कराया गया। जिसमे पांच की हालत नाजुक होने पर स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा गया। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में तीजा व्रत के अवसर पर एक बच्ची समोसा लेकर आई थी। जिसे कुछ बच्चों ने खाया था। समोसा खाने के बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। गला सूखने पेट और सिर दर्द होने की शिकायत बच्चे करने लगे। कुछ बच्चे क्लास में ही तड़प कर बेहोश होकर गिर गए। स्कूल मे 34 बच्चों के अचानक से बीमार होने से सीएचसी भेजा गया। जहां इलाज की कोई व्यवस्था नही घी। बच्चों को बेंच पर ही रखकर इलाज शुरु किया गया।
बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना परिजनों को मिली तो मौके पर कई परिजन स्कूल पहुंच गए। एक साथ इतने बच्चों की तबीयत खराब होने पर स्कूल प्रशासन डर गया और मौके से फरार हो गए। मौके पर पहुंची प्रशासनिक और पुलिस टीम ने बच्चों के इलाज के लिए सीएचसी मे भर्ती करा दिया। जिनमें से 3 बच्चों की हालत अधिक खराब होने पर उन्हें प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
गुलाब देवी कंटर कॉलेज के जिस कमरे में बच्चों की तबीयत खराब हुई है उनमें पुलिस और प्रशासन की टीम ने मुआयना किया। जहां कमरे में कोई वेंटीलेशन नहीं मिला और न ही कमरे में कोई पंखा था। बच्चों की तबीयत खराब होने का कारण नही पता चल सका है। बाकी बच्चों का इलाज चल रहा है। इनमें अंजली, प्रांजलि, अहिरन, सौरभ दीपांशु, संजना, स्नेहा, ज्योति, अंजली, शरद, पूनम, अंजली, शिवानी, शिवा, प्रियांशु, बृजेश, कृष्णा, सुरेश शामिल हैं।
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