उत्तर प्रदेश

दर्शन नगर रेलवेब्रिज पूरा करने की चुनौती

Admin Delhi 1
28 Jun 2023 5:53 AM GMT
दर्शन नगर रेलवेब्रिज पूरा करने की चुनौती
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फैजाबाद न्यूज़: शहर से सटे दर्शन नगर में बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज का लंबे समय से अयोध्यावासी पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं. रामनगरी के अलावा अंबेडकरनगर व आजमगढ़ की ओर से आने वाले श्रद्धालु भी इस रेलवे ओवर ब्रिज के जल्द पूरा होने की आस लगाए बैठे हैं. राज्य सेतु निगम इसे पांच माह में पूरा करने का दावा कर रहा है. लेकिन मानसून शुरू होने पर काम प्रभावित हो रहा है.

दिसंबर 2021 में दर्शन नगर में रेलवे क्रासिंग पर 614 मीटर लंबा ओवर ब्रिज बनना शुरू हुआ. 89.25 करोड़ की लागत से इसका निर्माण शुरू हुआ तो स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. लेकिन डेढ़ वर्षो से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण अब तक पूरा नहीं हो पाया है. राज्यसेतु निगम ने इसे इसी वर्ष नवंबर में पूरा करने का लक्ष्य रखा है. दिल्ली की फर्म को एग्रीमेंट के साथ ही इसे ईपीसी मोड पर तय समय पर पूरा करने का काम दिया गया है. निगम पुल के 59 प्रतिशत काम पूरा करने का दावा कर रहा है. बाकी का काम तय समय पर पूरा करने की बात तो कह रहा है लेकिन बरसात शुरू होने से काम प्रभावित है. ऐसे में इसके तय समय पर पूरा हो जाने की उम्मीद कम ही लगती है.

बूथ नंबर चार पर कम होगा ट्रैफिक लोड, दुर्घटनाओं में आएगी कमी दर्शननगर में ओवरब्रिज बनने से लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में स्थित बूथ नंबर चार पर भी ट्रैफिक लोड कम होगा. खासकर अंबेडकरनगर व आजमगढ़ की ओर से आने व जाने वाले तमाम छोटे-बड़े वाहन सीधे देवकाली से अकबरपुर फोरलेन के सहारे आवागमन करेंगे. इससे बूथ नंबर चार पर आए दिन अंडरपास से गुजरते समय होने वाले तमाम हादसों से निजात मिलेगी.

सुदूर क्षेत्रों से आने वालों को भी मिलेगी सहूलियत

राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज भी निर्माणाधीन ओवरब्रिज के निकट ही स्थित है. इस ओवरब्रिज के निर्माण होने से जिले के सुदूर क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के अलावा गोंडा व अंबेडकरनगर के मरीजों को भी पहुंचने में आसानी होगी. साथ ही बगैर जाम के तमाम छोटे-बड़े वाहन सुगमतापूर्वक टांडा, अंबेडकरनगर, बसखारी, आजमगढ़ आदि की यात्रा कर सकेंगे. अभी इन वाहनों को बूथ नंबर चार से होकर अनायास लंबी दूरी तय करना पड़ता है.

सबसे ज्यादा समय रेलवे ओवरब्रिज को बनाने में संरचना विकास में लगता है. जमीन के बैनामें , अधिग्रहण आदि में ठीक ठाक समय लग जाता है. आम लोगों का सहयोग मिले तो हम तय समय में अपना काम पूरा कर लें. हालाकि इस पुल का निर्माण हम लोग नवंबर तक पूरा कर लेंगे.

रोहित अग्रवाल, सहायक अभियंता राज्य सेतु निगम

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