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18 लाख बुजुर्गों के खाते में नहीं आई रकम, जानिए वजह
स्टेट न्यूज़: आधार सत्यापित कराने के फेर में प्रदेश के कम से कम 18 लाख बुजुर्गों की पेंशन फंस गई है। जिन बुजुर्गों ने अपना आधार नंबर सत्यापित करा लिया है, उनमें से तमाम खातों में मौजूदा वित्तीय वर्ष में अब तक पेंशन की एक पाई भी नहीं पहुंची है। हालांकि पहली तिमाही की पेंशन जारी करने की प्रक्रिया अब तेज हुई है। उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें जून तक की पेंशन मिल जाएगी। कुछ जिलों में पेंशन खातों में पहुंचने भी लगी है लेकिन इस लेटलतीफी के चलते दूसरी तिमाही की पेंशन पर भी संकट तय है। उधर, निराश्रित महिला पेंशन में सिर्फ पहली तिमाही की रकम खातों में गई है। प्रदेश की करीब 32 लाख निराश्रित महिलाओं की दूसरी तिमाही की पेंशन के लिए अभी भी आधार प्रमाणीकरण का काम पूरा नहीं हो सका है।
सरकार ने बुजुर्गों व निराश्रितों की पेंशन 500 सौ से बढ़ा कर एक हजार रुपए तो कर दिए पर इसके लिए आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया। ऐसे में किसी का नाम मिस मैच हो गया तो किसी का खाता नंबर। इसके कारण पूरे प्रदेश में सत्यापन का काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आधार प्रमाणीकरण करवाने के लिए 25 सितंबर आखिरी तारीख है। नियमानुसार बुजुर्गों को अगली किश्त तभी मिलेगी जब उनका आधार लिंक होगा लेकिन अब भी करीब 18 लाख बुजुर्ग आधार सत्यापन नहीं करा पाए हैं और पैसे-पैसे के मोहताज हैं। 20 सितंबर तक के आंकड़े देखें तो अब तक प्रदेश में केवल 3791165 बुजुर्गों ने अपना आधार लिंक कराया है। गत वित्तीय वर्ष में पेंशन पाने वाले बुजुर्गों की संख्या 5597245 थी। हालांकि महीनों के इंतजार के बाद अब सत्यापन करा चुके बुजुर्गों के लिए खातों में पहली तिमाही की राशि करीब 11 अरब 14 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। यह स्थानीय अफसरों के लिए चुनौती है कि वह जून तक कि पेंशन कितनी जल्दी बुजुर्गों के खातों में ट्रांसफर करा दें।
उधर, करीब यही चुनौती प्रदेश की 3224773 निराश्रित महिलाओं की पेंशन में भी है। अभी उन्हें भी दूसरी तिमाही की पेंशन के लिए इंतजार करना होगा। पहली तिमाही के लिए करीब 9.56 अरब रुपये जारी किए जा चुके हैं।