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उत्तर प्रदेश
रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी का आरोप- पता नहीं गोपाल राव कौन है, जिसके आदेश पर मंदिर में प्रसाद देना बंद कर दिया गया
Shantanu Roy
10 Nov 2022 10:26 AM GMT

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अयोध्या। विश्व प्रसिद्ध राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता ट्रस्ट में कितने लोग हैं और किसकी क्या जिम्मेदारी है, जो भी आता है ट्रस्टी बन जाता है। उन्होंने संघ प्रचारक रहे गोपाल राव का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने ही मना किया है कि भगवान का प्रसाद मंदिर में नहीं बटेगा और पुजारी ने प्रसाद रोक दिया। वे ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं कि क्या है यह नहीं पता. वह जो भी आदेश करते हैं वह मान्य हो जाता है। जो भी आता है ट्रस्टी बन जाता है। रामनगरी अयोध्या मे राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित रामलला के अस्थाई मंदिर में व्यवस्था को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। यह नया विवाद मंदिर के सामने मुख्य पुजारी द्वारा प्रसाद ना देकर थोड़ी दूर पर मंदिर कर्मियों द्वारा राम भक्तों को प्रसाद देने को लेकर है। इसको लेकर रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एतराज जताया है। वो मंदिर की व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट के पदाधिकारियों और जिम्मेदार लोगों से बेहद नाराज हैं। उन्होंने सवाल किया कि मंदिर में पुजारी की जगह दूसरे लोगों के द्वारा प्रसाद दिया जाना कहां तक उचित है। आचार्य सत्येंद्र दास ने व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की हैं। उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता ट्रस्ट में कितने लोग हैं और किसकी क्या जिम्मेदारी है, जो भी आता है ट्रस्टी बन जाता है।
राम मंदिर ट्रस्ट पर साधा निशाना
आचार्य सत्येंद्र दास ने इस मामले में राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्रा के साथ दो और व्यक्तियों का नाम लेते हुए उन्होंने सीधा सवाल किया कि आखिर राम मंदिर ट्रस्ट में कौन मालिक है और किस का आदेश चलेगा। जो आता है कहता है कि पुजारी के लिए प्रसाद बंद कर दो, इस तरह से अव्यवस्था हो गई है। यह तो मालूम पड़े कि टिन्नू मालिक है कि गोपाल जी मालिक हैं, मिश्रा जी या चंपत राय जी, कौन है उसका मालिक? भगवान के सामने से प्रसाद बट रहा है और इतनी भीड़ भी नहीं है। शांति पूर्वक सब कुछ हो रहा है और कह रहे हैं कि यहां से प्रसाद बंद कर दो और 200 गज की दूरी पर प्रसाद बांटा जा रहा है। भगवान के सामने से पुजारियों को प्रसाद बांटने से मना कर दिया गया है।
भगवान का प्रसाद भगवान के मंदिर में नहीं मिलेगा तो कहां मिलेगा
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहां कि भगवान का प्रसाद भगवान के मंदिर में नहीं मिलेगा भगवान के सामने नहीं मिलेगा तो कहां मिलेगा? मेले में भक्तगण प्रसाद मांग रहे हैं और वहां पर मना किया जा रहा है कि यहां प्रसाद नहीं मिल रहा है। अब वो लोग दुखी होकर के जा रहे हैं। उन्होंने संघ प्रचारक रहे गोपाल राव का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने ही मना किया है. वे ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं कि क्या है यह नहीं पता। वह जो भी आदेश करते हैं वह मान्य हो जाता है। उन्होंने कह दिया और पुजारी ने प्रसाद रोक दिया।
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