उत्तर प्रदेश

अपराध: पैरोल पर बाहर आकर आरोपी ने की एक और हत्या, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा!

jantaserishta.com
11 Dec 2021 12:05 PM GMT
अपराध: पैरोल पर बाहर आकर आरोपी ने की एक और हत्या, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा!
x
पुलिस ने उसकी पत्नी से सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया.

गाजियाबाद: अपनी बेटी की हत्या के मामले में जेल में बंद एक आरोपी ने सजा से बचने के लिए खुद की हत्या की साजिश (Self Murder) रच डाली. उसने पैरोल पर जेल से बाहर आकर एक व्यक्ति को अपने कपड़े पहनाकर उसकी हत्या कर दी और शव को कुचलकर जला दिया. उसने पत्नी से कह दिया कि लाश की शिनाख्त उसके पति के रूप में करे. पुलिस इस मामले में काफी समय तक उलझी रही, लेकिन जब पुलिस ने उसकी पत्नी से सख्ती से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया. गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) ने किया है. पुलिस ने पति और पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है.

दरअसल 20 नवंबर को लोनी इलाके के एक खाली प्लॉट में एक अज्ञात शख्स की लाश मिली थी. लाश अधजली थी और चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था. पुलिस ने लाश को कब्जे में लिया और आसपास के लोगों से पूछताछ करनी शुरू की. छानबीन के दौरान दिल्ली के करावल नगर इलाके की रहने वाली एक महिला अनुपमा ने लाश की शिनाख्त अपने पति के तौर पर की. उसने कहा कि उसके पति का नाम सुदेश था.
पुलिस ने अनुपमा के बयान के बाद हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले. मृतक सुदेश की कॉल डिटेल्स खंगाली गई, इसके साथ ही साथ उसकी प्रोफाइल भी खंगाली गई. इस दौरान पता चला कि सुदेश ने अपनी 13 साल की बेटी वंशिका की हत्या की थी. वह जेल में बंद था. अभी हाल ही में जेल से पैरोल पर छूटकर आया है. इस जानकारी के बाद गाजियाबाद पुलिस ने एक बार फिर अनुपमा को बुलाया और कड़ाई से पूछताछ करनी शुरू की.
पूछताछ में अनुपमा ने जो खुलासा किया, उसे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस ने खाली प्लॉट में मिली लाश के बाद सुदेश की हत्या के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया. लेकिन इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ. दरअसल कातिल कोई और नहीं, बल्कि खुद सुदेश ही था. वही सुदेश जिसकी हत्या की जांच पुलिस कर रही थी. जिसकी लाश खाली प्लॉट में मिली थी, जिसने अपनी हत्या की साजिश रची. इसके लिए एक दूसरे शख्स का कत्ल कर दिया
सुदेश ने पूछताछ के बताया कि साल 2018 में गलत चाल चलन की वजह से उसने अपनी 13 साल की बेटी की हत्या कर दी थी. इस मामले में वो जेल में बंद था. जेल के बाकी कैदियों ने उससे कहा कि इस केस में तो उसे सजा हो जाएगी. सुदेश सजा की बात सुनकर सोचता रहा कि ऐसे तो पूरी जिंदगी जेल में कट जाएगी, तभी उसने जेल में एक साजिश रची और फिर पैरोल पर बाहर आ गया.
20 नवंबर को सुदेश ने लोनी इलाके के अपने छत की मरम्मत करने के लिए एक मिस्त्री को कॉल किया. दिल्ली के करावल नगर से उसे लेकर लोनी इलाके में पहुंचा, जहां उसकी बीवी अनुपमा भी मौजूद थी. सुदेश ने मिस्त्री से काम करवाया और शाम को जमकर शराब पिलाई, फिर लालच देकर अपने कपड़े उसे दिए, जिसे मिस्त्री ने पहन लिया. उसके बाद सुदेश ने मिस्त्री की हत्या कर दी. उसके चेहरे को कुचला और लाश जला दी. इसके बाद सुदेश ने अपनी पत्नी से कहा कि जब पुलिस लाश की पहचान के लिए कहे तो तुम मेरी बताना, इससे मैं हमेशा के लिए मरा हुआ साबित हो जाऊंगा और सजा से बच जाऊंगा.
सुदेश ने पत्नी से कहा कि जब पुलिस पूछेगी कि तुम्हें हत्या की जानकारी कैसे नहीं मिली तो तुम कह देना कि मैं नीचे थी. मरम्मत की आवाज की वजह से मुझे जानकारी नहीं लगी. पुलिस ने पूछताछ के आधार पर सुदेश और उसकी पत्नी अनुपमा को गिरफ्तार कर लिया है. सुदेश जो एक कत्ल की सजा से बचने के लिए अपनी हत्या की साजिश रची, अब वह दो दो कत्ल का आरोपी बन गया.
Next Story