उत्तर प्रदेश

नये मेडिकल कॉलेजों में टेलीमेडिसिन सेवा शीघ्र

Admin Delhi 1
27 July 2023 3:53 AM GMT
नये मेडिकल कॉलेजों में टेलीमेडिसिन सेवा शीघ्र
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लखनऊ न्यूज़: यूपी के लोगों को एम्स व मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह के लिए अस्पताल तक दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है. घर बैठे मरीज विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह हासिल कर सकते हैं. ई-संजीवनी टेली कंसल्टेशन सेवा को और विस्तार देने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. नए मेडिकल कॉलेजों को भी जल्द सेवा से जोड़ने की कवायद चल रही है. फिलहाल, दो एम्स और 25 मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर यह सुविधा दे रहे हैं.

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रदेश में जुलाई 2020 से ई-संजीवनी टेलीकंसल्टेशन सेवा शुरू की गई. यह सुविधा रोगियों को घर बैठे चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त करने में लाभप्रद रही. इसके माध्यम से आमजन बिना चिकित्सालय जाए सीधे चिकित्सकों से परामर्श कर सकते हैं. गोरखपुर व रायबरेली एम्स भी ई-संजीवनी टेलीकंसल्टेशन से जुड़े हैं. उन्होंने बताया कि जल्द ही नए मेडिकल कॉलेजों को भी टेलीमेडिसिन से जोड़ा जाएगा. डिप्टी सीएम ने बताया कि मार्च 2023 तक प्रदेश के 75 जनपद, 25 मेडिकल कॉलेजों एवं दो एम्स के माध्यम से टेलीकन्सल्टेशन सेवाएं दी जा रही हैं.

250 सीएचसी में टेलीमेडिसिन की सुविधा

ग्रामीणों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए टेलीमेडिसिन सेवा से प्रदेश के 250 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ा जा चुका है. मार्च तक 12942028 लाभार्थियों को 1462410 कन्सलटेशन सेवाएं प्रदान की जा चुकी है. डिप्टी सीएम ने बताया कि टेलीमेडिसिन मरीजों के लिए सुविधाजनक साबित हो रहा है. मरीजों को दौड़भाग से भी काफी हद तक राहत मिली है.

टेलीरेडियोलॉजी सेवाएं 361 सीएचसी में प्रदेश में टेलीरेडियोलॉजी सेवाएं 361 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित की जा रही हैं. मार्च 2023 तक 19,72,093 लाभार्थियों को सेवा प्रदान की गई है. डिप्टी सीएम का कहना है कि इलाज को तकनीक से जोड़ा जा रहा है ताकि मरीजों को अधिक से अधिक सुविधाजनक तरीके से इलाज उपलब्ध कराया जा सके.

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