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प्रवेश लेने के बाद लापता सैकड़ों बच्चों को ढूंढ रहे शिक्षक
नोएडा न्यूज़: जिले के परिषदीय विद्यालयों में प्रवेश लेने के बाद करीब 611 विद्यार्थी कक्षा में नहीं पहुंचे. बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे के बाद इन बच्चों को आउट ऑफ स्कूल के रूप में चिह्नित किया है. इनकी तलाश के लिए शिक्षकों को लगाया गया है. जारी शैक्षिक सत्र 2023-24 में इन बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा, ताकि यह शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ सके.
जिले में 511 परिषदीय विद्यालय हैं. इनमें 297 प्राथमिक, 53 उच्च प्राथमिक और 161 कंपोजिट विद्यालय हैं. जिले में सबसे ज्यादा 140 परिषदीय विद्यालय बिसरख ब्लॉक में है. बेसिक शिक्षा विभाग ने शासन के आदेश पर ड्रॉप आउट बच्चों का सर्वे कराया था. इस दौरान विभागीय टीम ने जिलेभर में सात से 14 वर्ष की आयु के स्कूलों में ड्रॉप आउट बच्चों की तलाश की. विभागीय अधिकारियों को 611 विद्यार्थी ऐसे पाए जिन्होंने स्कूलों में प्रवेश लेने के बाद लापता हो गए.
विभाग ने इन बच्चों का ब्योरा निदेशालय भी भेज दिया है. अब इन बच्चों का विस्तृत सर्वे कराया जा रहा है, ऑनलाइन इनका विवरण फीड किया जा रहा है. साथ ही इन बच्चों की तलाश के लिए शिक्षकों को इलाके वार लगाया है ताकि इन्हें दोबारा से स्कूलों में प्रवेश मिल सके.
मजदूरों की संख्या घटी
बच्चों के जाने का एक कारण यह भी हो सकता है कि वर्तमान में तीन वर्ष की तुलना में जिले में मजदूरों की संख्या एक चौथाई रह गई है. वर्तमान में जिले में आठ हजार श्रमिक पंजीकृत है, जबकि पिछले वर्ष श्रमिकों की संख्या 27 हजार 750 और वर्ष में 2020-21 में 37840 श्रमिक पंजीकृत थे.
स्कूल में दर्ज पते पर नहीं मिल रहे बच्चे
एक शिक्षक के मुताबिक बच्चे स्कूल में दर्ज पते पर नहीं मिल रहे हैं. जिले के सरकारी स्कूलों में गरीब वर्ग के बच्चे पढ़ाई करते हैं. शहर में मजदूरी के लिए आने वाले लोग ही अपने बच्चों का यहां दाखिला कराते हैं, इनमें उत्तर प्रदेश से बदायूं, बाराबांकी, पीलीभीत, जौनपुर, अंबेडकर नगर, बलिया, बहराइच, ओरैया, इटावा, अमेठी के अलावा झारखंड, बिहार, ओडिशा समेत कई राज्यों से लोग पहुंचते हैं, जो अब यहां से जा चुके हैं. इनमें कई के मोबाइल भी बंद हैं.
4103 घरों पर दस्तक
रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे के तहत जिले के 4103 घरों पर दस्तक दी. इस बीच विभागीय अधिकारियों ने इन घरों में 11 हजार 825 सदस्यों से पूछताछ की. विभाग को 7492 बच्चों का आंकड़ा मिला, जिनकी उम्र सात से 14 वर्ष थी. सर्वे में जिले को येलो जोन में रखा है.
आउट ऑफ स्कूल बच्चों में कई की जानकारी मिली है, विभाग इन बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर रहा हैं. जल्द ही सभी बच्चों को तलाश कर स्कूल में प्रवेश दिला दिया जाएगा.
- ऐश्वर्या लक्ष्मी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी