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शहीदाने कर्बला के चेहलुम पर जरीह का जुलूस सीआरपी कैंपस होते हुए आगापुर स्थित कर्बला पहुंचा। कर्बला में ताजिए सुपुर्द-ए-खाक किए गए। रास्ते में अंजुमनों ने नोहाख्वानी की और रास्ते में बनारस से आए मौलाना नदीम असगर ने तकरीर की। कर्बला में अंजुमन सिपाहे हुसैनी के तत्तवावधान में मजलिस हुई और मजलिस के बाद 18बनी हाशिम के ताबूत बरामद हुए। इससे पहले अजादारों ने अलम के जुलूस में छुरियों से मातम किया। अकीदतमंदों ने जगह-जगह ठंडे पानी और चाय की सबीलें लगाईं। सुरक्षा के मद्देनजर जुलूस के साथ भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।
शहर के मोहल्ला गुइया तालाब स्थित मकबरा जनाबे आलिया से रविवार की सुबह सात बजे जरीह का जुलूस निकला जोकि, कटरा जलालुद्दीन होते हुए बजिरया मुल्ला जरीफ पहुंचा। इस जुलूस में मोहल्ला लालकबर स्थित इमामबाड़ा मोहम्मद जफर बेग से अलम का जुलूस शामिल हुआ। जरीह का जुलूस जच्चा-बच्चा सेंटर, मिस्टन गंज, राजद्वारा, नवाब गेट, गांधी समाधि, राहे रजा, राहे जुल्फिकार होते हुए इमामबाड़ा कोठी खासबाग गेट पहुंचा।
इस जुलूस में इमामबाड़ा मंझले साहब बहादुर और इमामबाड़ा खासबाग से जरीह का जुलूस शामिल हुआ, इस मौके पर पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, बेगम शाहबानो मौजूद रहीं। जुलूस हाइवे होते हुए सीआरपीएफ कैंपस से होते हुए आगापुर स्थित कर्बला पहुंचा। कर्बला रोड पर बनारस से आए मौलाना नदीम असगर ने तकरीर में कहा कि महात्मा गांधी के आइडियल हजरत इमाम हुसैन हैं।
जरीह के जुलूस में हसन मेहंदी, वफा अकबर ने यह नोहा पढ़ा- सुगरा मदीना लुट गया-बाबा तेरा मारा गया,इब्ने हसन दूल्हा बना-घोड़ों से वह रौंदा गया, सुगरा मदीना लुट गया। इससे पहले यह नोहा पढ़ा- हम आए हैं शब्बीर का पुरसा तुम्हें देने-चादर छिनी दुर्रे लगे और घर भी लुट गया-उजड़ी हुई तकदीर का पुरसा तुम्हें देने। इसके बाद जरीह का जुलूस पक्की कर्बला में पहुंचा। इसके बाद कर्बला रोड से अलम का जुलूस कर्बला पहुंचा और असलम महमूद और इफ्तेखार महमूद ने नोहाख्वानी की।
अलम के जुलूस के कच्ची कर्बला में दाखिल होने से पहले अजादारों ने छुरियों का मातम किया। जुलूस में मौलाना मूसा रजा, चांद मियां, सलीम हैदर जैदी, वसीम हैदर जैदी, राशिद हिलाल, मसूद जैदी, मिर्जा मुज्तबा अली बेग, शान जैदी, सुहेल मियां, कमल रिजवी, आरिफ हुसैन मुंसरिम, अब्बास हैदर, तस्लीम सहरी, मंसूर मियां, अब्बास अल्वी, मिर्जा तकी अब्बास, साजिद अली एडवोकेट, सलीम यूसुफ जैदी, मेहंदी हुसैन उर्फ मुन्ने मियां समेत काफी तादाद में अकीदतमंद मौजूद रहे।
कर्बला में निकले 18 बनी हाशिम के ताबूत
कच्ची कर्बला में अलम का जुलूस पहुंचने के बाद सहारनपुर से आए मौलाना अली हैदर आब्दी ने मजलिस को खिताब किया। इसके बाद 18 बनी हाशिम के ताबूत बरामद हुए और निजामत शहजादा गुलरेज ने की।
जगह-जगह अकीदतमंदों ने लगाईं सबीलें
कर्बला में जगह-जगह अकीदतमंदों ने ठंडे पानी और चाय की सबीलें लगाईं इसके अलावा पूरे दिन लंगर तकसीम होता रहा।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar