- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- श्रीकांत त्यागी को...
श्रीकांत त्यागी को सपोर्ट करना समाजवादी पार्टी को पड़ा भारी, उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को त्यागी समाज को रिझाने का दांव उल्टा पड़ गया है. श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) की पत्नी से मिलने समाजवादी पार्टी का 9 सदस्यीय डेलीगेशन आज नोएडा आ रहा है. समाजवादी पार्टी के डेलीगेशन के नोएडा पहुंचने से पहले ही सपा के महानगर उपाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार (Shailendra Kumar)ने इस्तीफा दे दिया है.शैलेन्द्र कुमार ने पत्र लिखकर पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि महिलाओं के प्रति अपराध करने वाले लोगों से मुरव्वत रखना समझ से परे है.
महिलाओं के साथ गाली-गलौज बर्दाश्त नहीं
जानकारी के मुताबिक, श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी गौतमबुद्ध नगर में दो धड़ों में बंट गई है. एक पक्ष श्रीकांत त्यागी को सपोर्ट कर रहा है तो दूसरा धड़ा श्रीकांत त्यागी का विरोध कर रहा है. समाजवादी पार्टी के डेलीगेशन के नोएडा पहुंचने से एक दिन पहले शैलेंद्र कुमार ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को अपना इस्तीफा भेज दिया है. उन्होंने इस्तीफे में लिखा- मैं शैलेंद्र कुमार उपाध्यक्ष नोएडा महानगर समाजवादी पार्टी हूं. मैं सोसाइटी की महिला के साथ बदतमीजी और धक्का-मुक्की करने व वैश्य जाति पर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले श्रीकांत त्यागी का समर्थन नहीं करता हूं. समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल उसके परिवार से मिलने जा रहा है. मैं पार्टी के निर्णय से असहमत हूं. इसलिए मैं अपने पद और समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. उस सोसायटी के अपने सभी सहयोगियों के साथ इस्तीफा दे रहा हूं.
अखिलेश यादव को सच्चाई से कराया अवगत
शैलेंद्र कुमार ने विराध जताते हुए कहा कि महिलाओं के साथ गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और बदतमीजी मुझे या मेरे किसी भी सहयोगी को बर्दाश्त नहीं है. आखिर राष्ट्रीय अध्यक्ष 9 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को एक इनाम घोषित अपराधी श्रीकांत त्यागी के परिवार से मिलने की अनुमति कैसे दे सकते हैं? जिस अपराधी प्रवृति के व्यक्ति से बीजेपी दामन छुड़ा रही है, उससे सपा कैसे चिपक सकती है? सोसाइटी के अलावा नोएडा, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में हर कोई महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार पर दुखी है. ज्ञात रहे जिस दिन विशेष वर्ग की रैली श्रीकांत के पक्ष में हुई थी, उसी दिन सोसायटी में महिलाओं ने जोरदार विरोध किया था. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को मैं बताना चाहता हूं कि उस रैली में नोएडा से किसी सोसाइटी के 10 लोग भी श्रीकांत के पक्ष में नहीं पहुंचे थे.
बताया कारण
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पर पहले से ही जातीयता का ठप्पा लगते रहा है. कई महिलाएं पोलिंग एजेंट बीते चुनाव में बनी थीं. अब वही महिलाएं श्रीकांत त्यागी मामले पर सपा का पक्षधर होने के कारण प्रश्न उठा रही हैं, जिसका जवाब देना मेरे लिए कठिन हो रहा है. इन्हीं कारणों से व्यथित होकर मैं अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष पद और प्राथमिक सदस्यों से इस्तीफा दे रहा हूं.