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बरेली। रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार हुए बिजली विभाग के जेई को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू करा दी गई है। वहीं जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद उसे गुरुवार को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
बहेड़ी में बिजली का ट्रांसफार्मर रखने के नाम पर अवर अभियंता राजेश कुमार ने एक उपभोक्ता से 20 हजार रुपये की मांग की थी। बहेड़ी के मोहल्ला जाफरी निवासी जकी ने एंटी करप्शन से जेई द्वारा पैसे मांगने की शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन की टीम ने पीड़ित से रुपये लेकर जेई के पास जाने को कहा था।
पीड़ित पांच हजार रुपये लेकर जेई के पास पहुंचा। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने जेई को मौके पर रंगे हाथ पकड़ लिया। बहेड़ी थाने में पूछताछ करने के बाद बाद जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद उसे जेल भेज दिया। वहीं अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार चौरसिया ने जेई को निलंबित करने के बाद उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करा दी है।
दो सदस्यीय कमेटी करेगी जांच
अधीक्षण अभियंता ने दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में अधिशासी अभियंता बरेली द्वितीय उमेश चंद्र सोनकर और एसडीओ देवरनियां बहेड़ी को शामिल किया गया। कमेटी को सात दिन में जांच करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। विभागीय जांच भी अवर अभियंता के विरुद्ध शुरू हो गई है। ऐसे में अवर अभियंता का फंसना तय माना जा रहा है। अवर अभियंता राजेश कुमार को भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किया गया है। मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया है