उत्तर प्रदेश

यूजीसी नेट के नियमों से छात्र मुश्किल में

Admindelhi1
11 April 2024 6:48 AM GMT
यूजीसी नेट के नियमों से छात्र मुश्किल में
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पीएचडी में प्रवेश के नए नियमों में फंसे नेट छात्र

मुरादाबाद: पीएचडी में प्रवेश के लिए यूजीसी नेट के नियमों से छात्र मुश्किल में फंस गए हैं. श्रेणी दो में केवल नेट उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों के पास अब पीएचडी में प्रवेश के लिए सिर्फ एक वर्ष का मौका रहेगा. पूर्व में नेट उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए पीएचडी में प्रवेश को कोई समय-सीमा तय नहीं थी.

छात्र नेट के आधार पर एक साल बाद भी पीएचडी में प्रवेश पा सकते थे लेकिन नए नियम से हजारों नेट उत्तीर्ण छात्र एक साल बाद पीएचडी में प्रवेश की दौड़ से बाहर हो जाएंगे.

यूजीसी के नियमों का विरोध शुरू हो गया है. आईआईएमटी विवि में डीन एजुकेशन डॉ.संजीव कुमार के अनुसार नेट और केवल पीएचडी की दो श्रेणियों में प्राप्त स्कोर केवल एक साल तक मान्य होगा. यानी इसके बाद नेट और पीएचडी श्रेणी में शामिल छात्र शोध के लिए पंजीकृत नहीं हो सकेंगे. नेट के छात्रों के लिए यह झटका है.

डॉ.संजीव कुमार के अनुसार नए नियमों में नेट को जेआरएफ की तरह पीएचडी में प्रवेश के लिए समय सीमा की बाध्यता से छूट मिलनी चाहिए थी. एक वर्ष की सीमा केवल पीएचडी श्रेणी में हो सकती थी. डॉ.संजीव के अनुसार नए नियम का सबसे बड़ा नुकसान यह होगा कि जो छात्र नेट पास करने के बाद एक साल में पीएचडी में प्रवेश नहीं ले पाए तो उन्हें इसके लिए फिर परीक्षा देनी होगी. छात्र उक्त मामले में यूजीसी को प्रत्यावेदन देते हुए नेट को एक साल की सीमा से बाहर करने की मांग करेंगे.

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