उत्तर प्रदेश

छात्र को PM मोदी की तारीफ करना पड़ा महंगा, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी द्वारा अब छीनी जा रही PHD की डिग्री, देखें वीडियो

jantaserishta.com
1 Dec 2021 3:12 AM GMT
छात्र को PM मोदी की तारीफ करना पड़ा महंगा, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी द्वारा अब छीनी जा रही PHD की डिग्री, देखें वीडियो
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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के भाषा विज्ञान (Linguistics) के पूर्व शोध छात्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शोध छात्र डॉ. दानिश रहीम का आरोप है कि बीते 22 दिसंबर 2020 को जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनिवर्सिटी को संबोधित किया था, तो उनकी तारीफ में उन्होंने मीडिया के सामने बाइट दी थी. इस वजह से भाषा विज्ञान विभाग (Linguistics Department) के चेयरमैन प्रो. मोहम्मद जहांगीर द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है. इतना ही नहीं बल्कि उन्हें भाषा विज्ञान से पीएचडी की जो डिग्री मिली थी, उसे वापस कर दूसरी डिग्री देने को कहा जा रहा है. इस बात की शिकायत उन्होंने हायर अथॉरिटी से लेकर देश के प्रधानमंत्री और सीएम योगी को पत्र लिखकर की है.



क्या है पूरा मामला?
एएमयू के पीएचडी छात्र डॉ. दानिश रहीम ने बताया,"मैंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से भाषा विज्ञान ( Linguistics) से पीएचडी की है. मेरी पीएचडी 9 मार्च 2021 को अवार्ड हो गई. मेरी एक सीनियर हैं डॉ. मारिया नईम, उनकी डिग्री नवंबर 2020 में अवार्ड हो गई. मेरी गलती इतनी रही मुझे नहीं पता चला कि चेयरमैन प्रोफेसर जहांगीर मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं. 22 दिसंबर 2020 को जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एएमयू को संबोधित किया था. तो उनकी तारीफ में मैंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर एक बाइट दिया था. मुझे नहीं पता था उसका अंजाम क्या होगा. जिस तरह पीएम ने एएमयू की तारीफ, मैंने भी उनकी तारीफ की. जिस तरह वो देश को लेकर साथ चल रहे हैं. बीजेपी से जो मुसलमान डरता है, उसको भी साथ लेकर चल रहे हैं. उसका वीडियो मैंने अपने चेयरमैन समेत सबको भेजा."
PM Modi और CM Yogi को लिखा पत्र
8 फरवरी से एक-दो दिन पहले चेयरमैन ने मुझे बुलाया और कहा आप एक स्टूडेंट हैं. आपको इस तरह की बाइट नहीं देनी चाहिए. किसी पार्टी के फेवर में नहीं बोलना चाहिए. आपकी भाषा से और इंटरव्यू से लगता है आप किसी पार्टी के आदमी हो. तीन दिन बाद मेरा बाय-बाय था इसलिए मैंने उसको हल्के में लिया. मेरी डिग्री अवार्ड हो गई. इसके बाद 25 जून से मेरे चेयरमैन ने मेरे खिलाफ सियासत की. उन्होंने वाइस चांसलर, कंट्रोलर को मिसगाइड किया.
4 अगस्त 2021 को मेरे खिलाफ एक लेटर जारी करा दिया, कि आपको भाषा विज्ञान( Linguistics) की डिग्री गलती से दी गई है. आप गलत डिग्री वापस करके सही डिग्री ले लीजिए. दानिश ने आगे बताया कि सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को ईमेल किया है. इसके साथ ही हायर अथॉरिटी यूजीसी और एचआरडी को भी मेल किया है. मैं चाहता हूं जो डिग्री मुझे मिली है वह मेरी कायम रहे. इसके अलावा चेयरमैन की सच्चाई सबके सामने आए.
यूनिवर्सिटी प्रवक्ता ने दी सफाई
वहीं, यूनिवर्सिटी प्रवक्ता प्रोफेसर साफे किदवई का है कि विश्वविद्यालय का linguistic विभाग दो पीएचडी कराता है. एक लिंग्विस्टिक में और दूसरा एलएएमएम (language for advertisement marketing and media). गलती से एलएएनएम की जगह लिंग्विस्टिक लिख गया है, जिसको यूनिवर्सिटी इंतज़ामीया सही कर रहा है. यही पूरा मामला है.
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