उत्तर प्रदेश

100वीं रैंक हासिल करने वाली ईशा की कहानी, 'पिता के निधन के बाद छोड़ दी थी उम्मीद'

Tara Tandi
31 Aug 2023 9:24 AM GMT
100वीं रैंक हासिल करने वाली ईशा की कहानी, पिता के निधन के बाद छोड़ दी थी उम्मीद
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उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा का परिणाम बुधवार को जारी किया गया। इसमें ईशा राय और हिमांशु वर्मा ने जिले का मान बढ़ाया है। ईशा ने 100वीं रैंक हासिल की है। वहीं, हिमांशु को 184वीं रैंक मिली है। मूलरूप से सुंदरपुर निवासी ईशा बीएचयू से बीएएलएलबी कर 2020 में स्वर्ण पदक हासिल कर चुकी हैं।
इस समय अपनी माता सीमा राय के साथ मुंबई में हैं। वह सेबी में लीगल ऑफिसर पद पर तैनात हैं। ईशा ने बातचीत में सफलता का श्रेय बिहार में न्यायिक सेवा में कार्यरत चाचा विवेक राय को दिया है। ईशा ने बताया वर्ष 2015 में जब वह बीए एलएलबी कर रही थीं, उसी समय पिता आलोक राय का निधन हो गया। बाद लगा कि पढ़ाई नहीं हो पाएगी, लेकिन माता ने हौसला बढ़ाया और आज लक्ष्य को पाकर बहुत खुश हैं।
मूलरूप से सुल्तानपुर निवासी अनिल कुमार वर्मा के बेटे हिमांशु ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी लखनऊ से बीए एलएलबी किया। इसके बाद बीएचयू से एलएलएम करने के बाद वर्तमान समय में विधि संकाय में शोध कर रहे हैं। हिमांशु ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।
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