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गोपालगंज न्यूज़: नगर क्षेत्र में अवैध तरीके से चलाए जा रहे क्लीनिकों पर छापेमारी की गई है. इस दौरान संचालकों से विभिन्न कागजातों के साथ डॉक्टरों के योग्यता प्रमाण पत्र की मांग की गई. कागजात 24 घंटे के अंदर पीएचसी प्रभारी के पास नहीं जमा करने पर कड़ी कारवाई करने की चेतावनी दी गई. ज्ञात हो कि शहर में 12 से अधिक होमियोपैथी व एलोपैथी निजी क्लीनिक बिना पंजीकरण के वर्षों से चलाए जा रहे हैं. हद तो यह है कि कई झोला छाप डॉक्टर बड़ी-बड़ी डिग्री का बोर्ड लगाकर गरीब मरीजों के परिजनों का वर्षो से दोहन कर रहे हैं. इसकी शिकायत जिले के वरीय अधिकारियों तक किए जाने के बाद उनके कान खड़े हो गए. वरीय आदेश के आलोक में जांच की प्रक्रिया शुरू की गई. पीएचसी प्रभारी ने बताया कि सभी निजी क्लीनिकों के संचालक व डॉक्टरों से कागजात व प्रमाण पत्रों की मांग की गई है. 24 घंटे के अंदर कागजात नही जमा करने पर कड़ी कानूनी कारवाई की जाएगी. छापेमारी में सीओ वेद प्रकाश नारायण, पीएचसी प्रभारी डॉ. विजय कुमार पासवान आदि थे.
बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे नर्सिंग होम नगर व प्रखंड क्षेत्र में बिना रजिस्ट्रेशन के दर्जनों अवैध क्लीनिक, नर्सिंग होम व जांच घर चल रहे हैं. इन क्लीनिकों में बिना डिग्री वाले फर्जी डॉक्टरों की देखरेख में मरीजों की इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ जाती या फिर कुछ मर भी जाते हैं. प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के दौरान मरीजों की तबीयत बिगड़ने या मौत के बाद परिजनों के हो हंगामा,तोड़फोड़ या फिर थाने में संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाती है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अवैध क्लीनिकों व जांच केंद्रो पर रोक नहीं लगाए जाने से उनके संचालकों का मनोबल बढ़ रहा हैं. ग्रामीण इलाको में तो बिना डिग्री वाले फर्जी डाक्टरों की बाढ़ सी आ गयी है. भोले भाले अधिकांश मरीज प्राइवेट क्लीनिक की चंगुल में फंस जाते है. संचालक मरीजों को अपने जाल में फंसा कर हजारों रुपए खर्च करा देते है. जब मरीज को राहत नहीं मिलती है तो गंभीर स्थिति में प्राइवेट अस्पताल के फर्जी डॉक्टर व संचालक बेहतर इलाज हेतू रेफर कर देते हैं.