उत्तर प्रदेश

एसटीएफ ने नायरा पेट्रोल पंपों पर मारा छापा, पांच लीटर पेट्रोल में 150 मिली कम मिल रहा था पेट्रोल

Admin Delhi 1
4 Nov 2022 7:40 AM GMT
एसटीएफ ने नायरा पेट्रोल पंपों पर मारा छापा, पांच लीटर पेट्रोल में 150 मिली कम मिल रहा था पेट्रोल
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मेरठ क्राइम न्यूज़: एसटीएफ की टीम ने नायरा के 11 पेट्रोल पंपों पर छापा मारा। एसटीएफ की टीम ने चार पंपों की मशीनों में गड़बड़ी पकड़ी है। वहीं कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। जनपद में रुस की नायरा कंपनी के 11 पेट्रोल पंप हैं। एएसपी एसटीएफ ब्रजेश सिंह ने बताया कि एडीजी एसटीएफ के निर्देश पर नायरा कंपनी के माधवपुरम, परतापुर, मवाना, सैनी और भटीपुरा स्थित पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की गई है। एसटीएफ की टीम ने पांच पेट्रोल पंपों पर छापा मारकर तेल में मिलावट व घटतौली पकड़ी है। बताया गया कि एसटीएफ की टीम ने तीन पेट्रोल पंपों के मालिकों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एएसपी ने बताया कि गुरुवार शाम होते ही शहर और देहात में एक साथ छापेमारी की गई। एसटीएफ के साथ आपूर्ति विभाग, बाट एवं माप विभाग, स्थानीय पुलिस, एडीएम सिटी और एसडीएम सदर को लगाया गया है। छापेमारी होते ही देहात के पेट्रोल पंपों से कर्मचारी फरार हो गए। आठ टीमों की एक साथ की गई छापेमारी से हड़कंप मच गया। एएसपी ने बताया कि पेट्रोल और डीजल की चोरी के साथ साथ आॅटोमिशन सिस्टम में गड़बड़ियां मिली है। कार्रवाई के दौरान पता लगा कि गढ़ रोड पर भटीपुरा, मवाना रोड पर मसूरी और मवाना में चार पेट्रोल पंपों में ज्यादा धांधली मिली है।

भटीपुरा पंप के कर्मचारियों के फरार हो जाने से टीम को पूछताछ में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और पंप के मालिक की तलाश में दबिशें भी दी गई। एएसपी ने बताया कि शुरुआती कार्रवाई में पता चला है कि पेट्रोल पंपों पर 10 हजार लीटर की जगह पर 12 हजार लीटर तेल सप्लाई किया जा रहा था। कुछ पंपों पर दैनिक बिक्री के रजिस्टर में भी हेराफेरी पकड़ी गई है। चार पंप पर मशीनों में आॅटो मशीन और मदर बोर्ड लगाकर घटतौली होने का मामला सामने आया है। पंप के कर्मचारियों से एसटीएफ की टीम पू्छताछ कर रही है, जबकि बांट माप तोल की टीम स्टाक की जांच में जुटी हुई है। छापेमारी की सूचना पर एक पंप के कर्मचारी ताला डालकर फरार हो गए। सभी पंप स्वामियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

एस्सार को रूस की नायरा कंपनी ने खरीद लिया था। एडीजी एसटीएफ को लखनऊ में सूचना मिली थी कि नायरा कंपनी के पेट्रोल पंप पर घटतौली कर ग्राहकों को ठगा जा रहा है। टीम ने एक साथ जनपद में नायरा के 11 पेट्रोल पंप पर छापा मारा। नायरा कंपनी के पंप में लगी मशीन में आटो मशीन और मदर बोर्ड लगा हुआ मिला है। आॅटो मशीन टैंक में स्टाक पूरा बताती है, जबकि मदरबोर्ड से मशीन से कम पेट्रोल दिया जा रहा है। प्राथमिक जांच में सामने आया कि पांच लीटर पेट्रोल में 150 एमएल कम दिया जा रहा है, जबकि मशीन पेट्रोल पूरा बताती है। कंपनी के सर्वर को हैक कर मदरबोर्ड मशीन में लगाया गया था, जिसमें पांच लीटर पेट्रोल लेने पर 150 एमएल कम पेट्रोल दिया जा रहा था। बांट माप तोल की टीम टैंक के स्टाक की जांच कर रही है। चार पंप के कर्मचारियों से पूछताछ कर पूरे सिस्टम की जांच की जा रही है।

एसटीएफ मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल जिन चार पेट्रोल पंप पर गड़बड़ी मिली है। वहां स्थानीय पुलिस तैनात कर दी गई है। आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजने की कार्रवाई की जा रही है। आपूर्ति विभाग के आदेश पर ही संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जिला आपूर्ति अधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद ही विभाग की तरफ से पंप मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। प्रथम दृष्टया कई पंपों पर गड़बड़ियां सामने आ रही है। एडीएम सिटी दिवाकर सिंह ने बताया कि एसटीएफ की छापेमारी में प्रशासन की टीम भी शामिल की गई है। डीएसओ की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है। एसटीएफ की कार्रवाई से अन्य पेट्रोल पंपों के मालिको में हड़कंप मचा हुआ है। पंप मालिक जानकारी लेने में लगे रहे।

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