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कानपूर न्यूज़: पुलिस विभाग में सनसनी मचाने वाले 'लेटर बम' मामले में डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी ने जांच शुरू कर दी है. डायल-112 के जीडी प्रभारी, रपट मुंशी व एक अन्य दरोगा के बयान दर्ज किए गए. बिल्हौर, सचेंडी व महाराजपुर थाने के तहत तैनात पीआरपी के सिपाहियों से भी आरोपों से संबंधित पूछताछ की गई है. आरोपों के घेरे में आए अफसरों से भी पूछताछ की तैयारी है.
भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय संग नौबस्ता थाने की दीवार समेत कई स्थानों पर डायल-112 में तैनात सिपाहियों का दर्ज बयां करने पर्चों की जांच तेजी से शुरू हो गई है. डायल-112 में एसपी द्वारा वसूली और ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर खेल का पर्चा वायरल होने के आरोप संबंधी पर्चे के मामले में डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी ने जांच शुरू कर दी है. डीसीपी मुख्यालय ने जीडी प्रभारी, रपट मुंशी समेत तीन दरोगाओं से बुलाकर पूछताछ की. पूछताछ के बाद उनके बयान भी दर्ज किए गए. डीसीपी ने बिल्हौर, घाटमपुर, सचेंडी व महाराजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तैनात पीआरवी के सिपाहियों से भी आरोपों से संबंधित पूछताछ की.
अफसरों से भी पूछताछ की तैयारी
पुलिस को सुबह चस्पा किए गए पर्चे की जानकारी मिली थी. इस पर्चे में डायल 112 के पूर्व में तैनात एसपी समेत दो अफसर पर तीन दरोगाओं के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों से ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाया गया था. अभी दरोगा व सिपाही स्तर पर ही पूछताछ की गई है. जल्द ही वसूली सिंडीकेट के आरोप में घिरे अफसरों से भी नोटिस देकर पूछताछ करने की भी तैयारी है.
आरोप साबित होने पर होगी कार्रवाई
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक बेनामी पर्चे हैं. जांच में आरोप साबित होने पर कार्रवाई होगी. आरोप गलत पाए जाने पर पर्चे चस्पा करने वालों की भी पता लगाया जाएगा. पुलिस कमिश्नर ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के मुताबिक, जांच शुरू हो गई है. मामला गंभीरता से लिया गया है. रिपोर्ट आने के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी