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एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बदमाशों से भिड़ने वाली रिया को किया सम्मानित
मेरठ: बुजुर्ग दादी के कान के कुंडल लूटकर भाग रहे बाइक सवार बदमाशों को बाइक समेत नीचे गिरा कर भिड़ने वाली छात्रा रिया अग्रवाल को सोमवार को एसएसपी ने सम्मानित किया और उसकी हौसला अफजाई की। एसएसपी ने छात्रा से पूरा वाकया सुना और कहा जिंदगी में कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिये और मुश्किलों का बहादुरी से सामना करना चाहिये। सोमवार को एसएसपी आफिस में बदमाशों से भिड़ने वाली रिया अपनी बुआ सपना अग्रवाल और चाचा वरुण अग्रवाल के साथ आई। एसएसपी ने बुके देकर छात्रा रिया को सम्मानित किया। एसएसपी ने बाद में छात्रा को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया। एसएसपी ने छात्रा से परिवार के बारे में जानकारी की तो उसने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है और मां बीमार रहती है। घर की सारी जिम्मेदारी उसके ऊपर है।
छात्रा ने बताया कि उसनें प्रथम श्रेणी में बीकाम की परीक्षा पास की है। मूलरूप से लालकुर्ती के छोटा बाजार स्थित मैदा मोहल्ला निवासी रिया का परिवार करीब 13 साल से गाजियाबाद की मोदी नगर स्थित कृष्णा कॉलोनी में रहता है। शनिवार को रिया अपनी दादी संतोष अग्रवाल के साथ परिवार के अन्य सदस्यों से मिलने लालकुर्ती आई थी। घर से चंद कदम दूर बाइक सवार बदमाशों ने संतोष अग्रवाल के कानों के कुंडल खींच लिए। तभी रिया ने बदमाशों की बाइक खींचकर गिरा दी। रिया ने कुंडल लूट कर भाग रहे सचिन का गिरेबान पकड़ लिया जबकि शिवम को थप्पड़ जड़े। पुलिस ने भी घटना के पांच घंटे के अंदर दोनों बदमाशों को दबोच लिया। रिया की बहादुरी दिनभर शहर में चर्चा का विषय बनी रही।
संतोष अग्रवाल के कुंडल लूटने वाले बदमाश सचिन और शिवम लूट की वारदातों में पहले भी जेल जा चुके हैं। पल्लवपुरम निवासी सचिन के पिता ओमपाल एमडीए में लिपिक पद पर तैनात हैं। पुलिस सचिन के पिता से भी पूछताछ करेगी। दोनों आरोपी पहले भी मोबाइल और पर्स लूट की वारदात कर चुके हैं। रिया से भिड़ने के बाद बदमाश सचिन और शिवम सदर सराफा में पहुंचे। उन्होंने वहां सर्राफ से कुंडल का सौदा किया। उसके बाद घंटाघर होते हुए शहर सराफा में पहुंचे। वहां पर एक सर्राफ को कुंडल छह हजार में बेच दिया।
शिवपाल ने भी दी बहादुर बेटी को बधाई: लालकुर्ती की उस बहादुर बेटी से सोमवार को सपा नेता शिवपाल यादव ने भी फोन से बातचीत की। शिवपाल यादव ने बहादुर बेटी को बधाई दी कि उसने इतना साहस दिखाया और बदमाशों से किस तरह से संघर्ष किया। उन्होंने बेटी जल्द ही मेरठ में आकर मिलूंगा और इसके लिए युवती को बधाई दी। युवती ने भी कहा कि अच्छा लगा कि आप जैसी शख्सितय ने उन्हें फोन करके बधाई दी। जिस समय शिवपाल का युवती के पास फोन आया, तब वह लालकुर्ती थाने में मौजूद थी। उनके परिजन भी वहां पर मौजूद थे। शिवपाल का फोन आने के बाद परिजनों ने भी शिवपाल यादव को थैक्स कहा।