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नोएडा न्यूज़: बिल्डर परियोजनाओं के एस्क्रो एकाउंट 10 दिन में खुलने शुरू हो जाएंगे. एस्क्रो एकाउंट खुलने से बिल्डर पैसों की हेराफेरी नहीं कर सकेंगे, जिससे समय पर परियोजनाएं पूरी हो सकेंगी और प्राधिकरण का बकाया मिलने से रजिस्ट्री में भी रुकावट नहीं होगी. नोएडा प्राधिकरण की ओर से खाते खोलने के लिए तैयारी चल रही है.
नोएडा में बिल्डरों की ग्रुप हाउसिंग से जुड़ी करीब 115 परियोजनाएं हैं. इनके अलावा करीब 79 स्पोर्ट्स सिटी की परियोजनाएं हैं. खास बात यह है कि बिल्डर खरीदारों से पैसा ले रहे हैं, लेकिन प्राधिकरण का बकाया नहीं दे रहे हैं. फ्लैट बुकिंग नहीं होने का रोना रोकर बिल्डर पैसा देने से पीछे हट रहे हैं. प्राधिकरण ने हर निर्माणाधीन बिल्डर परियोजना का एस्क्रो एकाउंट खुलवाने का निर्णय मई में लिया था.
प्राधिकरण अधिकारियों कहना है कि इसके लिए एक एजेंसी का चयन किया जाएगा. ग्रुप हाउसिंग से जुड़ी अधिकांश परियोजनाओं में काम पूरा हो चुका है. अब सिर्फ यूनिटेक, आम्रपाली, सुपरटेक बिल्डर की, वे ही परियोजनाएं चल रहीं है, जिनके मामले अलग-अलग न्यायालय में विचाराधीन हैं. स्पोर्ट्स सिटी के तहत परियोजनाएं विकसित होने में अभी समय लगेगा. आने वाले दिनों में इन परियोजनाओं में बड़े स्तर पर बुकिंग होगी.
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि बकायेदार बिल्डरों की करीब 40 परियोजनाएं ऐसी हैं, जिनको अधिभोग प्रमाणपत्र जारी हो चुका है. अधिभोग प्रमाणपत्र जारी होने के बाद रेरा का इस प्रक्रिया से मतलब खत्म हो जाता है. ऐसे में अब इन परियोजनाओं के नए सिरे से बिल्डर-प्राधिकरण के संयुक्त रूप से खाते खोले जाएंगे.
35 हजार करोड़ रुपये बकाया
ग्रुप हाउसिंग, स्पोर्ट्स सिटी और व्यावासायिक संपत्ति से जुड़े बिल्डरों पर प्राधिकरण के करीब 35 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं. सबसे ज्यादा ग्रुप हाउसिंग से जुड़े बिल्डरों पर 20 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं.
रजिस्ट्री भी नहीं हो रही
बिल्डर प्राधिकरण का बकाया नहीं दे रहे हैं. इस वजह से प्राधिकरण रजिस्ट्री की अनुमति नही दे रहा है. ऐसे में नोएडा क्षेत्र की 30-40 हजार खरीदारों की रजिस्ट्री अटकी पड़ी है. इससे खरीदार परेशान हैं.