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पापा जी माफ करना, सुसाइड नोट में लिखकर फंदे से लटक गया प्रयागराज का युवक
प्रयागराज। मृतक आशीष ने सुसाइड नोट में लिखा है कि 'पापा जी मुझे माफ करना मैं अच्छा बेटा, पिता और पति नहीं बन पाया। आप सब लोगों को मेरी वजह से बहुत तकलीफ उठानी पड़ रही है। मैंने सबकी लाइफ बर्बाद कर दी। मैं ना अच्छा बेटा बन पाया ना अच्छा पति और ना ही पिता। मैंने सब अच्छा करने की कोशिश की पर नहीं कर पा रहा हूं। सॉरी पापा आई लव यू'। कर्ज से परेशान प्रयागराज के युवक ने गोरखपुर शहर के धर्मशाला बाजार स्थित एक होटल के कमरे में फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली। वह पिछले एक माह से होटल के कमरे में रह रहा था। पुलिस मौके पर पहुंच कर होटल का दरवाजा खोलकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस को मृतक के कमरे से दो पेज का सुसाइड नोट मिला है।
यह है पूरा मामला
प्रयागराज जिले के नैनी क्षेत्र के लेबर कॉलोनी निवासी उमानंद मिश्रा का 38 वर्षीय बेटा आशीष एक हर्बल कम्पनी में एसीएम के पद पर तैनात था। वह आठ सितंबर से ही धर्मशाला बाजार स्थित होटल कैलाश इन के कमरा नंबर 381 में ठहरा हुआ था। शनिवार को पूरे दिन आशीष कमरे पर ही था। पूरे दिन सर्विस कॉल नहीं आने पर होटल के कर्मचारियों को संदेह हुआ। वह शाम को कमरे के सामने पहुंच कर गेट खुलवाने की कोशिश करने लगे। गेट नहीं खुलने पर उन्होंने गोरखनाथ पुलिस को सूचना दी। धर्मशाल चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची।
कमरे की तलाशी में मिला सुसाइड नोट
पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खोला गया तो आशीष गमछा के सहारे पंखा से फंदा लगाकर लटका हुआ था। पुलिस शव को नीचे उतारवा कर कमरे की तलाशी ली तो दो पेज का सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने लोन और कर्ज से परेशान होकर सुसाइड करने की बात लिखी थी। पुलिस परिजनों को घटना की जानकारी देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
एक बेटे का पिता था आशीष
घटना की सूचना पर रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक आशीष के पिता उमानंद मिश्रा ने बताया कि कंपनी के काम को लेकर कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। दो भाइयों में बड़ा आशीष एक छह वर्षीय बेटे का पिता था। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गए।