उत्तर प्रदेश

कहीं चुनाव में तो प्रयोग नहीं होनी थी भारी भरकम राशि

Admin Delhi 1
29 April 2023 7:29 AM GMT
कहीं चुनाव में तो प्रयोग नहीं होनी थी भारी भरकम राशि
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मेरठ: स्थानीय निकाय में प्रचार शुरु हो गया है। चुनाव चिहन मिलने के बाद अब राजनीतिक दल किसी भी कीमत पर विजयश्री हासिल करने के लिये प्रयास करने में जुट गई है। मेयर से लेकर पार्षद और चेयरमैन के चुनाव में शराब और पैसे का जमकर दुरुपयोग होगा। इसको लेकर प्रशासन ने स्टेटिक सर्विलांस टीम गठित कर दी है। जिस तरह से खतौली में शास्त्रीनगर के एक व्यापारी की कार से दो करोड़ आठ लाख रुपये मिले हैं उससे मेरठ की टीम भी अलर्ट मोड पर आ गई है।

हर बार चुनाव के दौरान स्टेटिक टीम लाखों रुपये चेकिंग के दौरान पकड़ती है। अगर पैसा ले जाने वाला अपनी धनराशि को साबित कर देता है तो उसे पैसा रिलीज कर दिया जाता है। अगर ऐसा कर पाने में असफल रहता है तो उसका पैसा कोषागार में जमा कर दिया जाता है। गत लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में मेरठ की स्टेटिक सर्विलांस टीम ने दो करोड़ से ज्यादा की धनराशि पकड़ी थी।

इनमें से अधिकांश धनराशि रिलीज कर दी गई थी। चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिये शराब और पैसा हर प्रत्याशी इस्तेमाल करता है ताकि अपने पक्ष में वोेट डलवा सके। जिस तरह से खतौली पुलिस ने शशांक शर्मा को पकड़ा है उससे एक संदेह उठने लगा है कि चुनाव के दौरान भारी भरकम धनराशि को ले जाने के पीछे वजह क्या है। शशांक ने भी दो करोड़ आठ लाख रुपये को साबित नहीं कर पाया कि इतनी बड़ी धनराशि किससे लाया और किसको देने जा रहा था।

शास्त्रीनगर का चाणक्यपुरी काफी पॉश कालोनी मानी जाती है। मकान नंबर 61 में रहने वाले शशांक शर्मा के पिता का स्वर्गवास हो चुका है और घर में मां और बेटा ही रहते है। मां ने जांच टीम से कहा था कि बेटे के पास से मिली धनराशि कृषि उत्पादों से बिक्री से मिली है। इनकम टैक्स विभाग शशांक से बरामद कैश का लेखा जोखा पूछने में लगी हुई है।

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