उत्तर प्रदेश

एसटीपीआई में पंजीकृत सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियां आईटी पार्क में अपना सेटअप लगाएंगी

Admindelhi1
26 March 2024 6:14 AM GMT
एसटीपीआई में पंजीकृत सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियां आईटी पार्क में अपना सेटअप लगाएंगी
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आईटी पार्क से एक्सपोर्ट होंगे सॉफ्टवेयर

बस्ती: आईटी पार्क सॉफ्टवेयर को एक्सपोर्ट करेगा. एसटीपीआई में पंजीकृत सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियां आईटी पार्क में अपना सेटअप लगाएंगी. लखनऊ और दिल्ली के बीच बरेली में महीने में आईटी पार्क बनकर तैयार हो जाएगा. स्टार्टअप आईटी पार्क के जरिए अपने कौशल का इस्तेमाल कर सकेंगे.

रामपुर रोड पर बंद आईटीआर फैक्ट्री की आठ हजार वर्ग मीटर जमीन पर आईटी पार्क विकसित किया जा रहा है. करीब दो महीने से आईटी पार्क की बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है. 13 को मुख्यमंत्री योगी ने बरेली कालेज के ग्राउंड के मंच से आईटी पार्क का शिलान्यास भी किया. प्रोजेक्ट की बिल्डिंग पर करोड़ की रकम खर्च हो रही है. आईटी पार्क का निर्माण एसटीपीआई (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स आफ इंडिया) करा रही है. आईटी पार्क का प्रबंधन एसटीपीआई के पास रहेगा.

बिल्डिंग का निर्माण पूरा होने के बाद एसटीपीआई पंजीकृत कंपनियों को सेटअप लगाने के लिए आमंत्रित करेगी. यहां इंजीनियर सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे. सॉफ्टवेयर को उद्यमी और कंपनियां भी अपनी जरूरत के मुताबिक ले सकेंगे. इसके अलावा ज्यादातर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट किए जाएंगे. एसटीपीआई कंपनियों की निगरानी करेगा. एसटीपीआई में पंजीकरण कराने के बाद स्टार्टअप भी सॉफ्टवेयर को बेच सकेंगे. एसटीपीआई के अधिकारियों के मुताबिक महीने में आईटी पार्क की बिल्डिंग के निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. आईटी कंपनियों की मांग बढ़ने पर पार्क का विस्तार किया जाएगा.

आईटी कंपनियों के साथ हो चुकी वर्कशाप: एसटीपीआई (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया) आईटी पार्क में आने की इच्छुक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ वर्कशॉप कर चुकी है. करीब 0 कंपनियों ने आईटी पार्क में रुचि दिखाई है. आईटी पार्क बनने के बाद सॉफ्टवेयर और आईटी एक्सपर्ट के लिए दक्षिण भारत पर निर्भरता खत्म हो जाएगी.

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