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इलाहाबाद न्यूज़: लाखों खर्च कर संगमनगरी में पांच स्मार्ट टॉयलेट बनाए गए. एक महीने पहले तक स्मार्ट सिटी के तहत बने इन टॉयलेट की शहरवासी तारीफ करते नहीं थकते थे. अब यही टॉयलेट बदहाली का शिकार हो गए हैं. इनका रखरखाव बंद हो गया. इसकी बाउंड्रीशीट तोड़ दी गई है. पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए गए पांचों टॉयलेट पर ताला लटक रहा है.
लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी मार्ग, स्टैनली रोड मिश्रा भवन, फायर ब्रिगेड, आजाद पार्क के बाहर और ब्वाएज हाई स्कूल के सामने बने स्मार्ट टॉयलेट की पड़ताल की तो इनकी बदहाली सामने आई. सभी टॉयलेट बंद मिले. शास्त्रत्त्ी मार्ग स्थित टॉयलेट को तोड़ दिया गया है. टॉयलेट के आसपास दुकानदारों ने बताया कि कुछ दिन पहले तक इनकी देखरेख के लिए कर्मचारी रखे गए थे. टॉयलेट को उपयोग करने की कर्मचारी लोगों को जानकारी देते थे. कर्मचारी के हटते ही टॉयलेट में ताला बंद कर दिया गया. अब लाखों की लागत से बने टॉयलेट का उपयोग नहीं हो रहा है.
ब्लैकलिस्ट करने का नोटिस मिलते ही एजेंसी ने देखभाल बंद की प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने पिछले महीने स्मार्ट टॉयलेट बनाने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस दिया. नोटिस मिलने के बाद एजेंसी ने टॉयलेट का रखरखाव बंद कर दिया.
75 टॉयलेट बनाने की बनी थी योजना: प्रयागराज. प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर में 75 स्मार्ट टॉयलेट निर्माण की योजना बनाई थी. इसके लिए स्मार्ट सिटी के मद से आठ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया. अलीगढ़ की एजेंसी को 2019 पहले निर्माण की जिम्मेदारी दी गई. 2021 तक एजेंसी को 75 टॉयलेट का निर्माण करना था, लेकिन कोरोना और महंगाई के चलते एजेंसी इस साल जनवरी तक पांच टॉयलेट ही बना पाई. इस दौरान प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने एजेंसी को कई नोटिस दिए, लेकिन काम में सुधार नहीं हुआ. एजेंसी को टॉयलेट निर्माण के साथ पांच साल के रखरखाव का भी जिम्मा दिया गया था.
टॉयलेट का निर्माण करने वाली एजेंसी ने रखरखाव बंद कर दिया है. टॉयलेट के टूटने की जानकारी नहीं है. जल्द टॉयलेट के निर्माण और रखरखाव पर ठोस निर्णय लिया जाएगा.
- संजीव सिन्हा,
मिशन मैनेजर प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड