उत्तर प्रदेश

छह को हटाया, डीआईजी जेल ने भी जिले में डाला डेरा, मुख्तार की खातिरदारी में लगे चार बंदी रक्षक निलंबित

Admin4
8 Jun 2022 4:36 PM GMT
छह को हटाया, डीआईजी जेल ने भी जिले में डाला डेरा, मुख्तार की खातिरदारी में लगे चार बंदी रक्षक निलंबित
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छह को हटाया, डीआईजी जेल ने भी जिले में डाला डेरा, मुख्तार की खातिरदारी में लगे चार बंदी रक्षक निलंबित

सीएम के आदेश पर जिलाधिकारी अनुराग पटेल, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने रविवार को आधी रात जेल में छापा मारा तो गेट पर उन्हें करीब एक घंटे तक खड़ा रहना पड़ा। इस बीच डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह के इशारे पर मुख्तार के बैरक को आनन फानन सामान्य बंदी की बैरक बनाने की कोशिश की गई।

मुख्तार की खातिरदारी में लगे डिप्टी जेलर के निलंबन के बाद अब चार बंदी रक्षकों को भी निलंबित कर दिया गया है। छह बंदी रक्षकों को सुरक्षा से हटा दिया गया है। जेल में मुख्तार को वीआईपी सुविधाएं दिए जाने के खुलासे के बाद डीआईजी (जेल) संजीव कुमार ने भी यहां डेरा डाल दिया है। बताया जा रहा है कि जेल में फैले भ्रष्टाचार पर सीएम की नजर है।
कई और बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। सीएम के आदेश पर जिलाधिकारी अनुराग पटेल, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने रविवार को आधी रात जेल में छापा मारा तो गेट पर उन्हें करीब एक घंटे तक खड़ा रहना पड़ा। इस बीच डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह के इशारे पर मुख्तार के बैरक को आनन फानन सामान्य बंदी की बैरक बनाने की कोशिश की गई। बावजूद इसके अंदर जाने पर डीएम व एसपी को कई अनियमितताएं मिलीं।
इसकी रिपोर्ट तत्काल मुख्यमंत्री को दी गई। सीएम के आदेश पर सोमवार को डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद चार बंदी रक्षक महेंद्र सिंह, विजय प्रकाश, रजनीश यादव, अमित को निलंबित कर दिया गया। छह संदिग्ध बंदी रक्षकों को मुख्तार की सुरक्षा से हटा दिया गया।
बंदी रक्षकों को रटाए जा रहे बयान
सूत्र बताते हैं कि मामले के तूल पकड़ने के बाद बड़े अधिकारियों को बचाने की कवायद शुरू हो गई है। सुरक्षा में लगे बंदी रक्षकों को बडे़ अधिकारियों के पक्ष में बयान रटाए जा रहे हैं। जेल सूत्रों के अनुसार पूरी रात मुख्तार की सुरक्षा में लगे बंदी रक्षकों से कहा गया है कि वह इस मामले में बड़े अधिकारियों का नाम न लें।
प्रभारी जेलर होटल में फरमाते रहे आराम
जेल अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सात दिन से अवकाश पर चल रहे थे। इनकी जगह पर चित्रकूट के जेलर को प्रभारी के रूप में तैनात किया गया था। जानकारी के मुताबिक प्रभारी जेलर शाम होते ही होटल में चले जाते थे। जेल में डिप्टी जेलर व्यवस्था देखते थे। डीएम और एसपी के निरीक्षण के दौरान भी प्रभारी जेलर जेल में मौजूद नहीं थे।


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