उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में चार सॉल्वर सहित छह गिरफ्तार

Admindelhi1
27 Feb 2024 6:34 AM GMT
गोरखपुर में चार सॉल्वर सहित छह गिरफ्तार
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अलग-अलग थानों में केस दर्ज

गोरखपुर: पुलिस भर्ती परीक्षा के पहले दिन गोरखपुर में चार साल्वर और दो अभ्यर्थियों को एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किया. एक साल्वर और एक अभ्यर्थी को एसटीएफ ने पहली पाली में गिरफ्तार किया, जबकि तीन साल्वर और एक अभ्यर्थी को अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों से पुलिस ने दूसरी पाली से दबोचा. अलग-अलग थानों में सभी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. पकड़े गए साल्वरों में एक स्टेशन मास्टर है. वहीं, साल्व पेपर बांटकर वसूली करने में तीन लोगों को एसओजी ने भी उठाया है, हालांकि उनसे अभी पूछताछ चल रही है.

एसटीएफ टीम ने कोतवाली इलाके के इस्लामिया कॉलेज से साल्वर अंजनी कुमार उर्फ मनीष कुमार सिंह और अभ्यर्थी दुर्गेश यादव को गिरफ्तार किया. दुर्गेश की जगह अंजनी परीक्षा देने के लिए बैठा था. वह बिहार के एक रेलवे स्टेशन का स्टेशन मास्टर है. इसके अलावा कोतवाली थाना क्षेत्र के मारवाड़ इण्टर कॉलेज, बक्शीपुर में अभ्यर्थी अंकित कुमार यादव के स्थान पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर शशि भूषण कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया. वहीं, द्वितीय पाली के दौरान शाहपुर थाना क्षेत्र के सीक्रेट हार्ट इंटर कॉलेज, पिपराइच रोड, जंगल मातादीन से सॉल्वर विकास कुमार यादव व अभ्यर्थी बलिराम कुमार को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में शाहपुर थाने में केस दर्ज किया गया. द्वितीय पाली के दौरान ही गोरखनाथ थाना क्षेत्र के उर्मिल यूनिक एकेडमी साकेतपुरी से अभ्यर्थी विवेक कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे साल्वर धीरेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया गया.

● सॉल्व पेपर बांट कर वसूली में तीन को एसओजी ने भी उठाया

● सॉल्वर बनकर आया था स्टेशन मास्टर, एसटीएफ ने पकड़ा

11 लाख में हुआ सौदा, 30 हजार मिला था एडवांस

एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि दुर्गेश को सिपाही बनाने के लिए 11 लाख रुपये में सौदा हुआ था. 30 हजार रुपये एडवांस लेकर स्टेशन मास्टर अंजनी कुमार उर्फ मनीष इस्लामिया कॉलेज स्थित परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा देने बैठा था. गैंग ने अंजनी को परीक्षा केन्द्र के अंदर दाखिल करने का पूरा इंतजाम किया था. परीक्षा में बायोमेट्रिक गेट की सुविधा उपलब्ध करा रही कंपनी के फील्ड मैनेजर को सेट कर दुर्गेश को उसी केन्द्र के बायोमेट्रिक गेट पर ड्यूटी में लगा दिया. अंजनी बायोमैट्रिक जांच के लिए पहुंचा तो दुर्गेश ने चालाकी से अपना बायोमेट्रिक कराकर अंदर कर दिया. चिलुआताल के मंझगांवा जगतबेला निवासी श्रीराम यादव का बेटा दुर्गेश यादव उर्फ अंकित यादव को पास कराने के लिए उसके रिश्तेदार संदीप यादव ने बिहार के सद्दाम गैंग को पकड़ा और उस गैंग ने अंजनी कुमार उर्फ मनीष को तैयार किया था.

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