उत्तर प्रदेश

करहैड़ा में 540 करोड़ रुपये से सीवरेज प्लांट बनेगा

Admin Delhi 1
1 April 2023 12:39 PM GMT
करहैड़ा में 540 करोड़ रुपये से सीवरेज प्लांट बनेगा
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गाजियाबाद न्यूज़: उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा गाजियाबाद सीवरेज योजना के अंतर्गत अमृत योजना 2.0 के तहत करहैड़ा में 540 करोड़ की लागत से 68 एमएलडी का एसटीपी प्लांट (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) बनाया जाएगा. इसमें मोहन नगर जोन के 10 वार्ड शामिल होंगे. 145 किलोमीटर की सीवर लाइन कनेक्शन के साथ एसटीपी को जोड़ा जाएगा. इसके लिए जल निगम द्वारा री-टेंडर जारी कर दिया है, जो 12 अप्रैल को खुलेगा. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद एसटीपी प्लांट का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.

मोहन नगर जोन में करीब सात लाख की आबादी निवासी करती है, जहां रोजाना घरों से सीवर और नाले के रास्ते लाखों लीटर गंदा पानी निकलता है. यह हिंडन नदी में गिरकर उसे भी प्रदूषित करती थी. इस प्रदूषित पानी को साफ करने के लिए करहैड़ा में 68 एमएलडी का एसटीपी प्लांट बनाया जाएगा. एसटीपी प्लांट बनने के बाद मोहन नगर जोन के नालों और घरों के सीवरेज के मेनहोल का प्रदूषित पानी एसटीपी प्लांट पहुंच सकेगा. मोहन नगर जोन में प्रदूषित पानी की आपूर्ति की समस्या से भी निजात मिलेगी. इसके लिए शहर में पांच जगह पर आईपीएस (इंटरकनेक्शन पंपिंग सिस्टम) बनाया जाएगा. जहां पर मैनहोल का पानी एक जगह इकट्ठा होकर एसटीपी प्लांट पहुंचेगा. इस प्रदूषित पानी को एसटीपी प्लांट में भौतिक, रासायनिक और जैविक विधि का प्रयोग कर साफ किया जाएगा. साफ हुए पानी को हिंडन नदी में छोड़ने के साथ नगर निगम के पार्क में लगे पेड़-पौधों को पानी देने के लिए उपयोग में लाया जाएगा.

पांच जगह आईपीएस चैंबर बनेगा

मोहन नगर जोन के 10 वार्डों के पानी की निकासी के लिए जगह-जगह पांच 23.13, 7.28, 1.50, 11.32, 58.72 एमएलडी का आईपीएस (इंटरकनेक्शन पंपिंग सिस्टम) और एक एमपीएस (मेटा पंपिंग सिस्टम) के माध्यम से मेनहोल का गंदा पानी एसटीपी में पहुंचेगा. जहां इन पानी को साफ कर अन्य काम में प्रयोग किया जाएगा.

एसटीपी प्लांट से इन वार्ड को मिलेगी राहत गगन विहार, भौपुरा, राजीव कॉलोनी, कुटी, अर्थला, संजय कॉलोनी, करहैड़ा, पसौंडा, गरिमा गार्डन, मौसम विहार

करहैड़ा में 68 एमएलडी एसटीपी प्लांट बनाया जाएगा. इसके लिए री-टेंडर किया गया है. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसका जियो जारी होगा. इसके बाद प्लांट बनाने की तैयारी की जाएगी. इसमें कम से कम तीन साल का समय लगेगा. -अमित कुमार, अधिशासी अभियंता, उत्तर प्रदेश जल निगम.

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