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विश्व संग्रहालय दिवस की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी हुई संपन्न
झांसी: दिगंबर जैन धर्म संरक्षणी महासभा एवं निरग्रंथ सेंटर आफ आर्कियोलॉजी के तत्वावधान में विश्व संग्रहालय दिवस की पूर्व संध्या पर राजकीय संग्रहालय में संग्रहालय का मानव जीवन में योगदान विषयक संगोष्ठी संपन्न हुई। समारोह के मुख्य अतिथि प्रभारी पुरातत्व अधिकारी डॉ मनोज कुमार यादव वअध्यक्षता पुरातत्व संयोजक प्रवीण कुमार जैन ने की मुख्य अतिथि डॉ यादव ने कहा कि जिस समाज व देश में संस्कृति व मूल्य सुरक्षित नहीं है उसका इतिहास भी सुरक्षित नहीं रह सकता। संग्रहालय मृत और शांत स्मारक ही नहीं अपितु इनमें मानव सभ्यता का इतिहास जीवन शैली, सांस्कृतिक मूल्य और मानवीय सभ्यता के विकास की गाथा निहित होती है वर्ष 1997 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व समुदाय की संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से 18 मई को विश्व संग्रहालय दिवस की घोषणा की है पुरातत्व संयोजक प्रवीण कुमार जैन ने कहा कि संग्रहालय शिक्षा का बड़ा केंद्र होते हैं ।बुंदेलखंड में जैन पुरातत्व जगह-जगह समृद्ध अवस्था में पाया जाता है। वर्तमान में भी यहां जगह-जगह खुदाई में जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं मिलती हैं ।देवगढ़ ,नवागढ़ ,कारी टोरन जहाजपुर, आदि तीर्थों में सरकार के द्वारा विशेष संरक्षण व विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा ही अहिंसा परमो धर्मा की संस्कृति का संरक्षण भी हो सकेगा।
वक्ताओं में जैन मिलन के अध्यक्ष सुभाष जैन सत्यराज, पावागिरी शिक्षण संस्थान ट्रस्ट के मंत्री रविंद्र जैन रेलवे, दिगंबर जैन सोशल ग्रुप के अध्यक्ष अमीष जैन, बड़जात्या, श्रीमती डा.राखी जैन, आदर्श जैन (आईईएस) सुदर्शन शिवहरे ,राहुल नायक ने भी विचार व्यक्त किए । संचालन मनमोहन मनु ने एवं आभार ज्ञापन इंजी. अतिशय जैन ने किया। जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ व जैन संस्कृति से संबंधित ग्रंथ भेंट कर सम्मानित किया।