उत्तर प्रदेश

सेक्रेटरी को फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने के आरोप में भेजा गया जेल

Admindelhi1
4 April 2024 7:59 AM GMT
सेक्रेटरी को फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने के आरोप में भेजा गया जेल
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ग्राम पंचायत सचिव अजीत सिंह की मिलीभगत से खुद को मृतक साबित कर लिया था

बस्ती: फर्जी तौर से जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका प्रमाण-पत्र जारी करने वाले ग्राम पंचायत सचिव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा रवाना किया. गौरतलब है कि लालगंज थानाक्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव के शिवशंकर पाण्डेय अपने बगल के तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव अजीत सिंह की मिलीभगत से खुद को मृतक साबित कर लिया था. मृत प्रमाण-पत्र के आधार पर खुद मृत घोषित वह पुराने आपराधिक मुकदमों में कार्रवाई से बचता रहा. यहीं नहीं पड़ोसी गांव के एक व्यक्ति की संपत्ति हड़पने के लिए भी साजिश रची थी. इतना ही नहीं वह इस खेल से बैंक से पूर्व में लिए गए कर्ज से भी बचने की फिराक में था. जालसाज ने आप को शिवशंकर पाण्डेय से जटाशंकर पाण्डेय बना लिया था. इस बीच उसने लालगंज पुलिस के खिलाफ वाद दायर कर दिया था. यही काम उसके लिए महंगा पड़ गया. चौकी इंचार्ज लालगंज जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.

अभिलेखों के जांच में जटाशंकर नाम के शैक्षिक प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि कूटरचना से हासिल किए हुए मिले. इस कार्य में ग्राम पंचायत सचिव की संलिप्तता सामने आने पर पुलिस ने तत्कालीन सचिव पर अजीत सिंह के खिलाफ भी अपराधिक षडयंत्र करने, धोखाधड़ी और जालसाजी का केस पुलिस ने दर्ज किया था. इस संबंध में पूछे जाने पर एसओ सुनील कुमार गौड़ ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव अजीत सिंह निवासी ग्राम जीवधरा, थाना मुण्डेरवा आपराधिक मुकदमें में फरार चल रहे थे. उन्हें पुलिस टीम ने लालगंज से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. अदालत के आदेश पर जेल रवाना कर दिया गया.

लक्ष्मेश्वर की शिकायत पर हुआ था पर्दाफाश कुदरहा. लक्ष्मेश्वर की शिकायत पर फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश पुलिस ने किया था. पीड़ित लक्ष्मेश्वर ने डीएम को शिकायती-पत्र देकर आरोप लगाया था कि जालसाज शिवशंकर पाण्डेय ग्राम पंचायत के तत्कालीन सचिव अजीत सिंह की मिलीभगत से अपना नाम परिवार रजिस्टर में जटाशंकर पाण्डेय अंकित करा लिया था. वह मेरे चाचा की संपत्ति हड़पने के फिराक में थे.

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